RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में नकल प्रकरण बढ़ने के बाद लगातार सख्ती बढ़ाई जा रही है। व्यापमं के बाद अब छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) ने भी परीक्षा के नियमों में बदलाव किया गया। नए नियमों के मुताबिक परीक्षाओं में जूते को बैन किया गया है। अभ्यर्थियों को फुटवियर के रूप में चप्पल पहनकर आना होगा। काले, गहरे नीले, गहरे हरे आदि डार्क कलर के कपड़े पहनने पर रोक है। इसी तरह आधी बांह के हल्के रंग के कपड़े ही मान्य किए जाएंगे। सीजीपीएससी से होने वाली आगामी सभी परीक्षाएं इसी नियमों के तहत होगी।
नए नियम के मुताबिक सीजीपीएससी ने परीक्षाओं कान की ज्वेलरी को बैन किया। विवाहित महिला अभ्यर्थियों को एक नोज पिन तथा मंगलसूत्र धारण करने की अनुमति होगी। धर्म / रिवाजों के अनुसार अत्यंत आवश्यक आभूषण एवं प्रतीक चिन्हों को छोड़कर अन्य आभूषण/ प्रतीक चिन्हों को धारण करने की अनुमति नहीं होगी। अभ्यर्थी कार्गो एवं डिजाइनर कपड़े पहन कर परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो सकेंगे। सामान्य जींस पैंट एवं अन्य पैंट पहनने की अनुमति होगी।
दरअसल, हाल ही में व्यापमं की ओर से पीडब्ल्यूडी सब इंजीनियर की भर्ती परीक्षा आयोजित की गई। बिलासपुर के एक केंद्र में हाईटेक नकल का मामला सामने आया। इसके बाद व्यापमं ने नकल रोकने के लिए नए नियम बनाए। इसके अनुसार तीन परीक्षाएं आयोजित की गई। अब सीजीपीएससी ने भी परीक्षाओं के आयोजन को लेकर नए नियम बनाए हैं। इसमें परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के लिए कपड़े, फुटवियर, ज्वेलरी, परीक्षा केंद्र में प्रवेश आदि को लेकर गाइडलाइन जारी की गई है।
व्यापमं की परीक्षाओं में कपड़े के रंग को स्पष्ट निर्देश नहीं है, इसमें यह कहा गया है कि अभ्यर्थियों को हल्के रंग के कपड़े पहनकर आना है। इस वजह से पिछली परीक्षाओं में यह देखा गया है कि कपड़े के कलर की वजह से परेशानी हुई। कई केंद्रों में काले रंग के कपड़े पहनकर आए अभ्यर्थियों को एंट्री दी गई, कई सेंटरों पर रोका गया। लेकिन सीजीपीएससी ने कपड़े के रंग को लेकर स्पष्ट निर्देश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि काले, गहरे नीले, गहरे हरे, जामुनी, मैरुन, बैंगनी रंग व गहरे चॉकलेटी रंग के कपड़े पहनना वर्जित है। इसी तरह परीक्षाओं में अभ्यर्थियों की जांच अब मेटल डिटेक्टर से भी होगी। पहले सिर्फ हाथों से तलाशी ली जाती थी।