NEWS DELHI NEWS. डाक विभाग अपनी 50 साल पुरानी सुविधा पर ब्रेक लगाने जा रहा है। दरअसल, इंडिया पोस्ट ने अपनी रजिस्टर्ड पोस्ट सेवा को 1 सितंबर, 2025 से बंद करने का फैसला किया है। यह फैसला डाक विभाग के आधुनिकीकरण योजना का हिस्सा है, जिसका मकसद कामकाज को और तेजी से चलाना है। अब रजिस्टर्ड पोस्ट को स्पीड पोस्ट के साथ मिला दिया जाएगा। इससे 50 साल से ज्यादा पुरानी यह सेवा इतिहास बन जाएगी। रजिस्ट्री की कीमत 25.96 रुपए से शुरू होती थी और हर अतिरिक्त 20 ग्राम के लिए 5 रुपए देने पड़ते थे। यह सेवा खासकर गांवों और छोटे शहरों में रहने वालों के लिए सस्ता और भरोसेमंद विकल्प थी।
दूसरी तरफ, स्पीड पोस्ट की शुरुआती कीमत 50 ग्राम तक के लिए 41 रुपए है, जो रजिस्टर्ड पोस्ट से 20-25 फीसदी महंगा है। डाकघर की रजिस्ट्री द्वारा चिट्ठियां भेजने की सेवा के बारे में जरूर सुना होगा। बहुत साल पहले लोग कागजात, ड्राफ्ट, या राखी जैसी चीजें भी रजिस्टर्ड पोस्ट से भेजा करते थे. यह एक भरोसेमंद और इज्जतदार सेवा मानी जाती थी. लेकिन अब डाक विभाग ने आधिकारिक रूप से घोषणा की है कि 1 सितंबर, 2025 से Registered Post सेवा पूरी तरह बंद कर दी जाएगी।
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दरअसल, सरकार अब स्पीड पोस्ट और रजिस्टर्ड पोस्ट को एकीकृत करने की दिशा में बढ़ रही है, ताकि डिलीवरी सिस्टम को और तेज, ट्रैक करने योग्य और आधुनिक बनाया जा सके। रजिस्टर्ड पोस्ट की डिमांड में भारी गिरावट आई है, क्योंकि आजकल ज्यादातर लोग ईमेल, व्हाट्सऐप और अन्य डिजिटल माध्यमों से संवाद करते हैं। इससे डाक सेवाओं का पारंपरिक महत्व घटा है।
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प्राइवेट कूरियर कंपनियों और ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स सर्विसेज ने भी डाक विभाग की इस पारंपरिक सेवा को प्रतिस्पर्धा दी है. जिससे रजिस्टर्ड पोस्ट का महत्व कम होता गया। बता दें स्पीड पोस्ट को 1986 में शुरू किया गया था, और अब यह मुख्य सेवा बन जाएगी। इसकी ट्रैकिंग सुविधा, तेज डिलीवरी और डिजिटल फीचर्स के कारण यह आधुनिक युग के लिए उपयुक्त मानी जा रही है।
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रजिस्टर्ड पोस्ट का बंद होना गांवों में रहने वाले और पुराने लोगों के लिए भावनात्मक झटका है, क्योंकि उनके लिए यह सेवा भरोसे का प्रतीक थी. यह बदलाव एक युग के अंत जैसा है, जिसे हमेशा याद किया जाएगा। इससे सबसे ज्यादा ग्रामीण और बुजुर्ग उपयोग करते थे, लेकिन अब उन्हें भी निराश होना पड़ेगा।