BIJAPUR NEWS. बीजापुर में 42 लाख रुपए का बिना बिल के भुगतान का मामला अब और तूल पकड़ने लगा है। जैसे ही यह मामला कलेक्टर के सामने आया, कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से एफआईआर करने के निर्देश दिए है। इसके बाद पुलिस मामले की जाँच पड़ताल में जुट गई है।
आपको बात दें कि राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान ( RMSA) के तहत बीजापुर विकासखंड और भोपालपटनम विकासखंड में संचालित 11 पोटाकेबिनों से 3 फर्मों को बिना बिल के 43 लाख रुपये के भुगतान किया गया था।
इस मामले में 11 अधीक्षक और 11 प्राचार्यों को बीजापुर जिला शिक्षा अधिकारी ने 30 जुलाई को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस जारी कर 31 जुलाई तक भुगतान संबंधी जवाब मांगा गया था। लेकिन अंतिम दिन अधीक्षकों द्वारा अपना जवाब प्रस्तुत किया गया है।
इसी मामले में पुरुषोत्तम चंद्राकर सहायक जिला परियोजना अधिकारी, समग्र शिक्षा, बीजापुर को संयुक्त संचालक बस्तर संभाग ने पहले ही निलंबित कर दिया है। बीजापुर, भोपालपटनम, भैरमगढ़ और उसूर के अनुविभागीय अधिकारियों द्वारा कुल 26 उन्नयित पोटाकेबिनों की जांच की गई थी। जिनमें से बीजापुर और भोपालपटनम अनुभाग के 11 पोटाकेबिनों में फर्जी भुगतान के प्रमाण मिले। भुगतान किसके हस्ताक्षर से हुआ? सम्बंधित विभाग के मुखिया को क्या जानकारी नहीं थी? ऐसे तमाम सवाल इस मामले में उठ रहे हैं।