BALAUDABAZAR NEWS. बलौदाबाजार जिले के पलारी ब्लॉक के ग्राम लछनपुर स्थित मिडिल स्कूल में मध्याह्न भोजन योजना के तहत बच्चों को कुत्ते का जूठा खाना परोसने का मामला सामने आया है । जिसके बाद ग्रामीणों और अभिभावक के दबाव में 78 बच्चों को एंटी-रेबीज का टीका लगाया गया। विधायक संदीप साहू ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दरअसल बीते 29 तारीख को लछनपुर मिडिल स्कूल में मध्याह्न भोजन बांटा जा रहा था। इस दौरान एक आवारा कुत्ता किचन के पास रखी सब्जी को जूठा कर गया। कुछ बच्चों ने यह देखकर शिक्षकों को सूचित किया। शिक्षकों ने रसोइयां समूह की महिलाओं को जूठी सब्जी बच्चों को न परोसने का निर्देश दिया, लेकिन महिलाओं ने इनकार करते हुए कहा कि सब्जी जूठी नहीं हुई है और उन्होंने जबरदस्ती 84 बच्चों को वही भोजन परोस दिया।
जब बच्चों ने घर जाकर यह बात अभिभावकों को बताई, तो ग्रामीणों और अभिभावकों ने स्कूल पहुंचकर शिक्षकों और शाला समिति के अध्यक्ष झालेंद्र साहू से इसकी शिकायत की। स्कूल प्रशासन ने बताया कि उन्होंने रसोइयों को जूठा खाना न परोसने के लिए मना किया था, लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया। इसके बाद अभिभावक बच्चों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टर वीणा वर्मा ने 78 बच्चों को एंटी-रेबीज का टीका लगाया।
इस मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय विधायक संदीप साहू ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर घटना की जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि बच्चों को एंटी-रेबीज का इंजेक्शन किसके आदेश पर लगाया गया? घटना के बाद एसडीएम दीपक निकुंज पलारी ने मामले की जांच शुरू की है। उन्होंने बच्चों, अभिभावकों, शिक्षकों और शाला समिति के सदस्यों के बयान दर्ज किए हैं। हालांकि, रसोइया समूह के सदस्य जांच में शामिल नहीं हुए हैं।
एसडीएम ने बताया कि फिलहाल सभी पक्षों के बयान लिए जा रहे हैं और स्थिति स्पष्ट होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों ने रसोइयां समूह को हटाने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
लछनपुर स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी डॉ. वीणा वर्मा ने बताया कि अभिभावकों और ग्रामीणों के दबाव में बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए एंटी-रेबीज का टीका लगाया गया। उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर एहतियातन यह कदम उठाया गया।