RAIGARH NEWS. रायगढ़ में चल रहे 10 दिवसीय चक्रधर समारोह को लेकर एक और जहां स्थानीय कलाकार उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर अब इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस का आरोप है कि समारोह में बाहरी कलाकारों पर लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं और स्थानीय कलाकारों का बजट कम किया जा रहा है। कांग्रेस ने समारोह के राजनीतिकरण का आरोप भी लगाया है।
दरअसल, रायगढ़ में 10 दिवसीय चक्रधर समारोह का आयोजन किया जा रहा है। समारोह में हर दिन क्षेत्रीय और राष्ट्रीय कलाकारों के द्वारा प्रस्तुतियां दी जाती है। समारोह को लेकर विवाद तब खड़ा हो गया जब गायक नितिन दुबे ने ये कहकर कार्यक्रम से दूरी बना ली कि उन्हें उचित पारिश्रमिक नहीं दिया जा रहा है। नितिन दुबे ने सोशल मीडिया में एक पोस्ट भी किया जिसमें यह कहा गया कि आयोजन समिति ने इनविटेशन कार्ड और होल्डिंग्स में नाम और तस्वीरें छापने के बाद अचानक पारिश्रमिक आधा कर दिया। जिसकी वजह से वे परफॉर्म नहीं करेंगे।
पोस्टर वायरल होने के बाद अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस का आरोप है कि चक्रधर समारोह को राजनीतिक रंग दे दिया जा रहा है। मंच से जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अनर्गल टिप्पणी की जा रही है तो वहीं कुमार विश्वास, कैलाश खेर जैसे बाहरी कलाकारों को बुलाने के नाम पर 42 – 42 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। उनके लिए पांच-पांच बीएमडब्ल्यू मर्सिडीज़ कारें लगाई जा रही है। इधर स्थानीय कलाकारों के लिए बजट का रोना रोया जा रहा है।
भाजपा ने पलटवार किया
इधर मामले में जिला प्रशासन जहां चुप्पी साधे बैठा है तो वहीं भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा का कहना है कि दूसरों पर आरोप लगाने के पहले कांग्रेस को अपने गिरेबान में झांकने की जरूरत है। इसी कांग्रेस ने रामायण महोत्सव के नाम पर जमकर राजनीति की थी। रामायण महोत्सव में कुमार विश्वास जैसे कलाकार का 71 लाख रुपए का बिल लगाया गया था। कांग्रेस को इस विषय पर बोलने का अधिकार ही नहीं है। भाजपा का यह भी कहना है कि समारोह में हर दिन प्रादेशिक और स्थानीय कलाकारों के द्वारा कार्यक्रम किया जा रहे हैं। कांग्रेस के पास मुद्दा नहीं होने की वजह से वह बेवजह विलाप कर रही है।