NEW DELHI NEWS. छत्तीसगढ़ समेत देशभर में केंद्र सरकार फास्टैग वार्षिक पास योजना आज रात यानी 14 अगस्त की रात से लागू कर रही है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रा करने वाले निजी वाहनों के लिए टोल भुगतान प्रक्रिया किफायती बनाना है। इसमें 3000 रुपए में पास बनवाना होगा। इससे आप एक साल तक या 200 बार (जो पहले हो) टोल क्रॉस कर पाएंगे। प्रति यात्रा औसत लागत ₹15 रुपए तक रह जाएगी और टोल शुल्क में औसत 70% तक बचत हो सकेगी। अभी 200 बार टोल पार करने में 10,000 रु. तक खर्च होते हैं। बार-बार एनएचएआई टोल से गुजरने वालों के लिए यह फायदेमंद है। योजना पूरी तरह वैकल्पिक है। पेमेंट होते ही मौजूदा फास्टैग के साथ अटैच हो जाएगा और एक एसएमएस आएगा।
फास्टैग पास स्थानांतरणीय नहीं है। यानी यह उसी वाहन के लिए वैध होगा, जिस पर फास्टैग जुड़ा है। फास्टैग सामान्य टोल मोड में वापस आ जाएगा और फिर सालाना पास एक्टिव करना होगा। यह सिर्फ राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच) और राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे (एनई) पर एनएचएआई के टोल बूथ पर ही लागू होगा। राज्य राजमार्गों और निजी कंपनी के टोल बूथ पर सामान्य फास्टैग शुल्क देना होगा। यह पास निजी गैर-व्यावसायिक वाहनों (कार, जीप, वैन) के लिए होगा। भारी कमर्शियल व्हीकल इसमें शामिल नहीं हैं। यदि आप सालभर में 200 यात्राएं नहीं कर पाते हैं या इसे बीच में बंद करना चाहते हैं तो बची राशि का रिफंड नहीं मिलेगा।
राजमार्ग यात्रा एप या फिर वेबसाइट के जरिए वाहन स्वामी लॉगइन कर सकते हैं। लॉगइन के लिए फास्टैग आईडी या फिर वाहन का नंबर जरूरी है। वाहन स्वामी इस बात का ध्यान रखें कि फास्टैग एक्टिव हो, नंबर से लिंक्ड हो और उसे सही तरीके से इंस्टॉल किया गया हो। इसके बाद यूपीआई, डेबिट कार्ड या फिर नेट बैंकिंग की मदद से 3000 रुपए का ट्रांजेक्शन किया जाएगा। पेमेंट होते ही मौजूदा फास्टैग के साथ अटैच हो जाएगा और एक एसएमएस आएगा। वाहन स्वामी जैसे ही 200 ट्रिप पूरी कर लेता तो या एक वर्ष पूरा हो जाता है तो यह स्वतः सामान्य फास्टैग में बदल जाता है। वाहन स्वामी को यह सुविधा मिलती रहे, इसलिए इसे दोबारा रिचार्ज करना पड़ेगा।
जानिए इससे क्या फायदा होगा
एनएचएआई के अफसर ने बताया कि ओडिशा बार्डर से महाराष्ट्र बार्डर तक करीब छह टोल नाके हैं। इसके लिए वाहन स्वामी को करीब 580 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। वहीं सालाना पास लेने से सिर्फ 90 रुपए ही खर्च होंगे। इससे वाहन स्वामी के 490 रुपए की बचत होगी। ठीक इसी तरह बिलासपुर से रायपुर के बीच चार टोल प्लाजा है। वर्तमान में वाहन स्वामी को 335 रुपए टोल चुकाना पड़ता है, लेकिन मंथली पास रिचार्ज कराने से वाहन स्वामी महज 60 रुपए में ही यात्रा कर सकेंगे। टोल प्लाजा पर एक बार जाने पर एक ट्रिप और आने पर दो ट्रिप माना जाएगा।
ऐसे आवेदन या एक्टिव करें
राजमार्ग यात्रा एप या एनएचएआई की वेबसाइट पर जाएं। वाहन और उससे जुड़े फास्टैग की जानकारी दर्ज करें।
सुनिश्चित करें कि गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर फास्टैग से लिंक हो। फास्टैग किसी कारण से ब्लैकलिस्ट न हो।
3,000 रुपए ऑनलाइन भुगतान करें। पेमेंट के दो घंटे में एनुअल फास्टैग पास एक्टिव हो जाएगा।