BIJAPUR NEWS. बीजापुर जिले के सक्रिय माओवादियों ने तेलंगाना के कोत्तागुडम में पुलिस अधिकारी के सामने आत्मसमर्पण किया है। 8 नक्सली बीजापुर जिले के पामेड़ और गंगालूर थाना ईलाके के निवासी हैं और संगठन में कार्यरत रहे हैं। माओवादी गतिविधियों से तंग आकर ये नक्सली मुख्य धारा में लौट आए हैं।
इसके पहले भी सरेंडर कर चुके हैं नक्सली
छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुरक्षाबल के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। इसके पहले नारायणपुर जिले में आठ नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने वाले नक्सली लंबे समय से इलाके में एक्टिव थे। उनके खिलाफ कई थानों में मामले दर्ज हैं। दो महिला नक्सलियों समेत आठ नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में इसे बड़ी सफलता मानी जा रही है।
मामले की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों पर 30 लाख रुपये का इनाम घोषित था। अधिकारियों ने बताया कि जिन नक्सलियों ने सरेंडर किया है उनमें सुखलाल जुर्री, हुर्रा उर्फ हिमांशू मिड़ियाम, कमला गोटा, राजू पोडियाम उर्फ सुनील पोडियाम, दीपा पुनेम, मनीराम कोर्राम, सुक्कू फरसा उर्फ नागेश और रामू राम पोयाम शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली डिविजनल कमेटी सदस्य जुर्री और नक्सली हुर्रा पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम था। वहीं कमला गोटा और राजू पोडियाम पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले अन्य नक्सलियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था।