RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के आगाज के साथ विपक्ष के तेवर भी कड़े कर दिए हैं। विधानसभा में शून्य काल के दौरान विपक्ष ने डीएपी खाद की कमी के मुद्दे पर काम रोको प्रस्ताव लाया। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत समेत 23 विधायकों ने प्रस्ताव लाकर सरकार पर आरोप लगाया कि पूरे प्रदेश में डीएपी समेत दूसरे खाद की जबरदस्त कमी है। धान रोपाई का काम चल रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि किसान को DAP खाद की सबसे ज्यादा जरुरत है, लेकिन सोसाइटी से खाद गायब है जबकि खुले बाजार में 18 सौ से लेकर ₹2000 तक यह खाद मिल रहा है। उन्होंने कहा कि डीएपी खाद नहीं मिला तो धान का उत्पादन बहुत कम हो जाएगा। विपक्षी विधायकों ने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर धान खाद की कमी पैदा कर रही है ताकि धान का उत्पादन कम हो और सरकार को कम धान खरीदना पड़े।
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विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव पर मंत्री राम विचार नेताम ने जवाब रखा कि, वैश्विक परिदृश्य के चलते डीएपी की कमी हुई है लेकिन उसके बदले नैनो डीएपी और नैनो यूरिया का विकल्प दिया जा रहा है। पिछले साल की तुलना में इस साल खाद और बीज का कहीं अधिक भंडारण और वितरण किया गया है। पूरे प्रदेश में वैकल्पिक खाद का उठाव भी किसान कर रहे हैं।
सदन में मंत्री रामविचार नेताम से जवाब आने के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष और पूर्व सीएम समेत कांग्रेस के तमाम विधायकों ने विधानसभा के गर्भ गृह में पहुंचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। गर्भ गृह में पहुंचने के चलते यह सभी विधायक स्वयं निलंबित हो गए।
इसके बाद सभी सदस्य विधानसभा परिसर में मौजूद गांधी प्रतिमा के सामने धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विपक्ष ने आरोप लगाया कि, प्रदेश की किसी भी सोसाइटी में डीएपी खाद नहीं मिल रहा है। किसान हलकान है। बड़े पैमाने पर अमानत खाद बीज की शिकायत आ रही है।