BILASPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में अपनी मांगों को लेकर तरह-तरह के आंदोलन प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच, बिलासपुर में अनोखा प्रदर्शन देखने को मिला। दरअसल, करीब 18 किलोमीटर की दंडवत यात्रा तय कर गौसेवक बिलासपुर पहुंचे। गौ सेवाधाम के गौ सेवकों ने मस्तूरी से जमीन पर लेटकर अपनी मांग पूरी करवाने के लिए ऐसा प्रदर्शन किया। इसके बाद बिलासपुर में कलेक्टर संजय अग्रवाल और एसपी रजनेश सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने 11 सूत्रीय मांग सरकार के सामने रखी है।
इसके साथ ही इन सेवकों ने चेतावनी भी दी। गौसेवकों के मुताबिक अगर 15 दिन में हमारी मांग पूरी नहीं की गई तो जल सत्याग्रह आंदोलन करेंगे। गौ सेवाधाम के गौ सेवकों ने दंडवत यात्रा निकालकर प्रमुख रूप से गौ सेवा धाम के लिए जमीन, गौ माता को राज्यमाता का दर्जा, गौवंश बाजार बंद करने, गौ तस्करों और उनकी संपत्तियों पर कड़ी कार्रवाई, वेटनरी हॉस्पिटल का 24 घंटे संचालन, लापरवाह डॉक्टरों पर कार्रवाई और गौ मंत्रालय बनाने की मांग की।
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इससे पहले दंडवत यात्रा को लेकर गौ सेवकों और प्रशासन के बीच टकराव की भी स्थिति निर्मित हुई। शहर में गौ सेवा धाम के बाहर गौ सेवकों को यात्रा करने से रोक लिया गया। हालांकि, विरोध के बाद गौ सेवकों ने अपनी दंडवत यात्रा पूरी की और कलेक्टर व एसएसपी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
गौ सेवा धाम के प्रमुख व गौसेवकों ने बताया कि लंबे समय से वे गौ सेवा का कार्य कर रहे हैं। लेकिन उसके बावजूद प्रशासन उनकी लंबे समय से लंबित मांग पूरी नहीं कर रहा है। दस्तावेजी प्रक्रियाओं में मांगों को उलझा कर रखा जा रहा है। गौ सेवकों ने 15 दिन का अल्टीमेटम देते हुए मांगे पूरी नहीं होने पर आगे जल सत्याग्रह करने की चेतावनी दी है।
बता दें कि गौ सेवा धाम, छत्तीसगढ़ में गौ सेवा और पशु कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यह गायों और आवारा पशुओं की सेवा करने के लिए समर्पित है और लोगों को पशुओं के प्रति अधिक संवेदनशील और दयालु बनाने के लिए काम कर रहा है।