NEW DELHI NEWS. शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाईजेशन (SCO Summit) से भारत के लिए कई अच्छी खबरें मिली हैं। SCO Summit रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत दूसरे सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लेने चीन के चिंगदाओं शहर पहुंचे। उन्होंने चीन के रक्षामंत्री एडमिरल डॉन जून के साथ मुलाकात की। अहम बात यह है कि इस दौरान एक खास फैसले पर सहमति बनी। राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए बताया करीब छह सालों के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू होगी।
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इस यात्रा को लेकर भारत और चीन के बीच सकारात्मक बातचीत हुई। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स पर पोस्ट शेयर की है। उन्होंने लिखा कि किंगदाओ में एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक के दौरान चीन के रक्षा मंत्री एडमिरल डॉन जून के साथ बातचीत की। हमने द्विपक्षीय संबंधों से संबंधित मुद्दों पर रचनात्मक और दूरदर्शी विचारों का आदान-प्रदान किया। लगभग छह वर्षों के अंतराल के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा की पुनः शुरुआत पर खुशी व्यक्त की।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रूस और बेलारूस के अपने समकक्षों के साथ भी मीटिंग की इन द्विपक्षीय बैठकों में क्षेत्र में चुनौतियों और सुरक्षा खतरों के साथ-साथ रक्षा सहयोग पर बातचीत हुई। राजनाथ सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि चिंगदाओ में बेलारूस के रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल विक्टर ख्रेनिन के साथ अच्छी बातचीत हुई। इससे पहले राजनाथ सिंह ने रूस के रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव से मुलाकात की और रक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक और व्यापक सहयोग पर चर्चा की। बता दें कि भारत का रक्षा के क्षेत्र में रूस के साथ दीर्घकालिक एवं व्यापक सहयोग है, जो दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों की अध्यक्षता में आईआरआईजीसी-एम एंड एमटीसी तंत्र के जरिए निर्देशित होता है।
बता दें कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने 26 जून को शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाईजेशन (SCO) के संयुक्त बयान को लेकर एक बयान जारी किया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस मीटिंग में कहा कि भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 25-26 जून को चीन में आयोजित SCO रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लिया। SCO के संयुक्त बयान को लेकर रणधीर जायसवाल ने कहा कि एससीओ बैठक में कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं बनी।
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रणधीर जायसवाल ने बताया कि हमारा मानना है कि एससीओ के बयान में आतंकवाद के मुद्दे पर एक हिस्सा होना चाहिए था, लेकिन इस मुद्दे पर एक देश को आपत्ति थी, इसलिए ज्वाइंट स्टेटमेंट नहीं आ पाया. हालांकि, हमने इस मामले में प्रेस रिलीज जारी की है। खासकर आतंकवाद के मुद्दे पर ज्वाइंट स्टेटमेंट स्वीकार नहीं हुआ। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस मीटिंग में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के पीएम मार्क कार्नी की मुलाकात पर भी बयान दिया।
रणधीर जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के पीएम मार्क कार्नी के बीच मुलाकात बहुत अच्छी रही। दोनों देशों के नेताओं के बीच यह तय हुआ था कि दोनों देश में एक-दूसरे के उच्चायुक्त की फिर से नियुक्ति होगी. जिस पर काम चल रहा है।