WASHINGTON NEWS. रूस ने एक बार फिर यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं। इससे नाराज अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को चेतावनी दी है। उन्होंने एक सोशल मीडिया कहा कि पुतिन आग से खेल रहे हैं। न्होंने कहा कि अगर वे नहीं होते तो रूस के साथ बहुत बुरा हो चुका होता। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प इस हफ्ते के आखिर तक रूस पर नए प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं।

इससे पहले ट्रम्प ने भी प्रतिबंध बढ़ाने की बात कही थी। इस दौरान ट्रम्प ने यह भी कहा था कि पुतिन पूरी तरह पागल हो गए हैं। दरअसल, रूस ने 24 मई को यूक्रेन पर 3 साल में सबसे बड़ा हवाई हमला किया था, जिसके बाद से ट्रम्प खुलकर पुतिन की आलोचना कर रहे हैं। रूस ने कीव पर 9 बैलिस्टिक मिसाइलों, 60 क्रूज मिसाइलों और 298 ड्रोन से हमला किया था।

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के बयान पर रूस के पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान में सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ एक ही बुरी चीज के बारे में जानता हूं- तीसरा विश्वयुद्ध। मुझे उम्मीद है कि ट्रम्प इसे समझेंगे। इससे पहले मेदवेदेव ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि अगर पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को मदद देना बंद नहीं किया तो यूक्रेन में बफर जोन पौलेंड तक पहुंच जाएगा।

रिपब्लिकन सीनेटर चक ग्रासले ने पुतिन को खेल खत्म होने का संदेश देने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है। वहीं रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम और डेमोक्रेट रिचर्ड ब्लूमेंथल ने उन देशों पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की है जो रूसी तेल, गैस और कच्चे माल की खरीद कर रहे हैं।

दूसरी ओर, रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का हेलिकॉप्टर गिराने की कोशिश की। रूसी वायु सेना के मेजर जनरल यूरी डैशकिन के मुताबिक पुतिन 20 मई को कुर्स्क के दौरे पर गए थे। डैशकिन ने बताया कि इस दौरान यूक्रेनी एयरफोर्स ने पुतिन के हेलिकॉप्टर पर 46 ड्रोन से हमला किया, लेकिन हमने सभी ड्रोन मार गिराए। डैशकिन ने कहा- हमने एक साथ कई ड्रोन का मुकाबला किया और राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर की सुरक्षा सुनिश्चित की।

बता दें कि कुर्स्क वही जगह है जहां पिछले साल अगस्त में यूक्रेन की सेना ने अचानक हमला किया था और 1100 वर्ग किमी इलाके पर कब्जा कर लिया था। यह हमला इसलिए बहुत खास था, क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार किसी विदेशी सेना ने रूस की जमीन पर हमला किया था।




































