BALOD NEWS. प्रदेश के बालोद जिलों में इन दिनों हाथियों का आंतक फैला हुआ है। काफी समय से हाथियों की कुछ खबर नहीं थी लेकिन एक बार फिर से जिले में हाथियों का प्रवेश हो चुका है। जो उस क्षेत्र में जमकर तबाही मचा रहे हैं। ये दंतेल हाथियों का झुंड खेत में घुस कर फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। इसके अलावा घरों को गिराना व लोगों को कुचलकर भी तबाही मचाते है। अभी 6 लोगों ने जान गवाई है। हाथियों के प्रवेश के कारण उस क्षेत्र में रहने वालों में हाथियों की दहशत है। हाथियों के आने के बाद से ही वन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है।
बता दें, वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बालोद जिले वन परिक्षेत्र में हाथियों का आना-जाना लगा रहता है। हाथियों का प्रवेश धमतरी की तरफ से हो रहा है। हाथियों को जिले में प्रवेश के बाद से ही वन विभाग ने लोकेशन ट्रैक करना शुरू कर दिया है।
ट्रैकिंग से पता चला रहा है कि दंतैल हाथी आएफ 2020 परिसर चूल्हापथरा गुरुर के आसपास घूम रहा है। दो दंतैल हाथियों की उपस्थिति बताई जा रही है। इस दौरान वन विभाग ने अलर्ट जारी किया है। वहां के रहवासियों को सावधानी बरते कहा गया है।
जिले की उपवन मंडल अधिकारी डिंपी देश ने बताया कि हाथियों की दस्तक हुई है और हम ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी के माध्यम से लोगों को जागरुक कर रहे हैं उन्होंने बताया कि सुबह-सुबह ग्रामीणों से हम अपील कर रहे हैं कि वह पानी वाले क्षेत्रों में अकेले ना जाए क्योंकि पानी की तलाश में हाथी आसपास ही रहते हैं।
यदि वनांचल क्षेत्र में कोई महुआ रखता है तो उसे घर के भीतर न रखें क्योंकि हाथी उसकी सुगंध में वहां तक पहुंचाते हैं और रखना ही है तो घरों से बाहर रखें क्योंकि महुआ की लालसा में हाथी घरों को तोड़कर अंदर तक जाना चाहता है उन्होंने बताया कि स्वयं को सुरक्षित रखें और हाथियों की सुरक्षा भी इसी से ही सुनिश्चित हो पाएगी।
इस क्षेत्र में जारी किया अलर्ट
वन विभाग द्वारा बिच्छिबहरा , खैरडिगी धानापूरी , ओडेनाडीही,चूल्हापथरा, करियाटोला, हितेकसा ,नगझर,मगचूवा,कोसमी ,नाहंदा गोटाटोला,नागबेल, मरकाटोला नारागांव सहित दर्जनों गांव को वन विभाग द्वारा अलर्ट मोड पर रखा गया लेकिन इन सभी गांव के लोग दहशत में रात गुजारने को मजबूर हैं क्योंकि हाथी कब कहां नुकसान पहुंचा दे कुछ कहा नहीं जा सकता है।