महावीर राठी
DELHI NEWS. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के एक वीडियो का हवाला देते हुए उन पर आरोप लगाया कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी पहले ही पाकिस्तान को दे दी, जिससे भारतीय वायुसेना को नुकसान हुआ। साथ ही कहा, सरकार बताए कि भारत ने इस सैन्य कार्रवाई में कितने लड़ाकू विमान खोए। उनके इन बयानों से सियासी गलियारों में सवाल तैरने लगा है, कि क्या राहुल गांधी फिर कांग्रेस के पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं।
दरअसल, इन बयानों की तासीर उनके और कांग्रेस के अन्य नेताओं के फरवरी 2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए हमले और उसके बाद भारत द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादियों के अड्डों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक के संबंध में पूछे गए सवालों जैसी नजर आ रही है। तब भी कांग्रेस की भारी किरकिरी हुई थी और इस घटनाक्रम के बाद हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 303 सीट हासिल कर भारी सफलता के साथ सत्ता में वापसी की थी।
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पुलवामा हमले के बाद बालाकोट स्ट्राइक को लेकर राहुल ने पीएम मोदी पर लगाया था ऐसा ही आरोप :
पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसका बदला लेने के लिए भारत ने बालाकोट में 26 फरवरी 2019 को सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इसमें 300 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की बात सामने आई थी। तब राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर सर्जिकल स्ट्राइक की योजना को लीक करने का आरोप लगाया था। राहुल ने कहा था ‘सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में प्रधानमंत्री सहित पांच ही व्यक्ति जानते थे। एक पत्रकार को इसके बारे में पहले से ही जानकारी मिल गई। यह जानकारी लीक करने वाले पर प्रधानमंत्री ने कार्रवाई क्यों नहीं की? या पत्रकार को प्रधानमंत्री ने ही जानकारी लीक की?’ यही नहीं, राहुल और कुछ कांग्रेस नेताओं ने आतंकी हमले और सर्जिकल स्ट्राइक पर ही सवाल खड़े कर दिए थे।
पुलवामा हमले की पहली बरसी पर राहुल ने किए थे 3 सवाल :
राहुल ने पुलवामा हमले की पहली बरसी पर ट्वीट किया था, आज जब हम पुलवामा हमले के 40 सीआरपीएफ शहीदों को याद कर रहे हैं, आइए पूछें…
1. हमले से किसे सबसे ज्यादा फायदा हुआ?
2. हमले की जांच में क्या निकला?
3. सुरक्षा में चूक के लिए बीजेपी सरकार में किसे जिम्मेदार ठहराया गया, जिसकी वजह से हमला हो पाया?
पाकिस्तान के अखबार ने राहुल के सवालों को बताया था जायज :
पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने राहुल के इन सवालों को सही बताते हुए आलेख प्रकाशित किया था। इसमें कहा गया कि भारतीय मीडिया कश्मीर में हुई किसी भी गलती के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराने के ‘परिचित तरीके’ का इस्तेमाल कर रहा है।
भाजपा नेताओं ने किया था कड़ा पलटवार :
राहुल के इस ट्वीट पर भाजपा ने कड़ा पलटवार किया था। भाजपा नेता जीवीएल नरसिम्हा ने ट्वीट किया था, ‘जब राष्ट्र पुलवामा हमले के शहीदों को याद कर रहा है। लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद से सहानुभूति के लिए जाने जाने वाले राहुल गांधी ने ना सिर्फ सरकार पर बल्कि सुरक्षा बलों पर भी निशाना साधा। राहुल कभी भी वास्तविक दोषी पाकिस्तान से सवाल नहीं करेंगे। शर्म करो राहुल।’
वहीं, तब भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट किया था, ‘वह एक नीचतापूर्ण हमला था और यह एक नीचतापूर्ण बयान है। किसे सबसे ज्यादा फायदा हुआ? मिस्टर गांधी क्या आप फायदे से आगे सोच सकते हैं? बेशक नहीं…यह कथित ‘गांधी’ परिवार फायदे से ज्यादा कभी नहीं सोच सकता। वह केवल भौतिकवादी ढंग से भ्रष्ट नहीं, उनकी आत्मा भी भ्रष्ट है।’
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तब भी मालवीय ने पूछा था- क्या आप भारत की दृढ़ कार्रवाई से दुखी हैं? :
मंगलवार को राहुल पर दो पोस्टर जारी करने वाले और तत्कालीन भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट किया था, ‘…हमला होने दिया? क्या मिस्टर गांधी आप यह कह रहे हैं कि पाकिस्तान पुलवामा हमले के लिए जिम्मेदार नहीं है? आप उन्हें क्लीन चिट देने पर क्यों जोर दे रहे हैं? क्या आपने नहीं देखा कि भारतीय सुरक्षा बलों ने बालाकोट में आतंकवादियों को मारा? क्या आप दुखी हैं कि भारत ने दृढ़ कार्रवाई की।’ वहीं, भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने भी राहुल को घेरते हुए ट्वीट किया, ‘शर्म करो राहुल गांधी। पूछते हो पुलवामा हमले से किसका फायदा हुआ? अगर देश ने पूछ लिया कि इंदिरा और राजीव की हत्या से किसका फायदा हुआ, फिर क्या बोलोगे? इतनी घटिया राजनीति मत करो।’
दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक पर लगाया था सवालिया निशान :
कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने तो 5 मार्च 2019 को सर्जिकल स्ट्राइक पर ही सवालिया निशान लगाया था। उन्होंने ट्वीट किया था, ‘प्रधानमंत्री जी आपकी सरकार के कुछ मंत्री कहते हैं 300 आतंकवादी मारे गए, भाजपा अध्यक्ष कहते हैं 250 मारे हैं। योगी आदित्यनाथ कहते हैं 400 मारे गए और आपके मंत्री एएस अहलुवालिया कहते हैं कि एक भी नहीं मरा। आप इस पर मौन हैं। देश जानना चाहता है कि इनमें झूठा कौन है। लेकिन पुलवामा दुर्घटना के बाद हमारी वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक को लेकर कुछ विदेशी मीडिया में संदेह पैदा किया जा रहा है जिससे हमारी भारत सरकार की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहा है।’ हालांकि राहुल गांधी ने दिग्विजय सिंह के बयान से पार्टी को बिल्कुल अलग बताया था।
सैम पित्रोदा ने मांगा था वायुसेना से सुबूत :
राहुल गांधी के करीबी और ओवरसीज इंडियन नेशनल कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा ने भी सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सवाल उठाया था। उन्होंने तब न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा था, ‘मान लेते हैं कि भारतीय वायुसेना ने 300 को मार गिराया, क्या वे और तथ्य देकर इसे साबित कर सकते हैं?’ पित्रोदा ने न्यूयॉर्क टाइम्स और अन्य अंतरराष्ट्रीय मीडिया का हवाला देते हुए सवाल किए थे, ‘ क्या हमने वास्तव में हमला किया? क्या हमने वास्तव में 300 को मार गिराया?’