उतई. दुर्ग जिले की दुर्ग ग्रामीण विधानसभा अंतर्गत नगर पंचायत उतई में नगर के देव तालाब शीतला तालाब में कल एक बच्चे की पानी की गहराई में डूब जाने से मौत हो गई । तालॉब की गहराई का मुख्य कारण तालाब की सफाई के दौरान सिर्फ़ लद्दी निकालने का ठेका दिया गया था किंतु ठेकेदार रवि चंद्राकर ओर उनके साथियों ने मिलकर पूरे तालाब को खदान में परिवर्तित कर दिया जिनका वाहनों से भारत माला परियोजना अंतर्गत बन रही सड़क हेतु कई हजारों हाइवा अवैध मुरूम ढुलाई की गई और यही अवैध खनन बच्चे की मौत की कारण बन गया ।
नगर वासियों ने खुदाई के वक्त तालाब को समतली कारण के लिए कई बार लिखित आवेदन दिया तथा खनन का विरोध किया किंतु किसी के कानों में जूं तक नहीं रेंगी सब अपनी जेबें भरने में मस्त रहे किसी ने भविष्य में होने वाली दुर्घटना की परवाह नहीं की और कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई उक्त आरोप आमजनों ने लगाए वही दूसरी ओर यह कहा जा रहा है कि तात्कालीन नगर की कांग्रेस सरकार द्वारा पारित प्रस्ताव पर कलेक्टर दुर्ग से अनुमति लेकर भारत माला सड़क परियोजना ठेकेदार को खनन की अनुमति दी गई ओर भाजपा नेता हुबलाल चंद्राकर,भाजपा पार्षद सतीश चंद्राकर तथा गौतम चंद्राकर की वाहनों से रात दिन ढुलाई की गई और तालाब को खदान में परिवर्तित कर दिया गया।
डूब कर जिस बच्चे की मौत हुई वो पाटन ब्लॉक के ग्राम पतोरा का निवासी है और उतई एक शादी में शामिल होने परिवार के साथ आया था। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने उतई नगर पंचायत कार्यालय का घेराव कर दिया तथा तालाब को खदान के रूप में परिवर्तित करने वाले ठेकेदार और उनके सभी साथियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग करते मुख्य नगर पालिका अधिकारी के नाम लिखित ज्ञापन सौंपा।
प्राप्त जानकारी अनुसार नगर के नयापारा निवासी देवेश साहू के घर में शादी हो रही है। 8 मई को हल्दी का कार्यक्रम था। घर में आए मेहमान सुबह नहाने के लिए शीतला तालाब चले गए। जहां नहाने के दौरान मानस साहू 7 वर्षीय गहरे पानी में चले जाने से डूब गया। स्थानीय लोग उसे बाहर निकालकर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। और शादी की खुशियां मातम में बदल गई।
एक पल तक जो परिवार शादी की तैयारियों में व्यस्त था, दूसरे पल सब कुछ ठहर गया और खुशियां मातम में बदल गई ।शहनाई की जगह रोने की आवाजें आने लगी। शादी वाले घर में मातम पसर गया। इस हादसे के बाद परिवार और मोहल्ले वालों का रो-रो कर बुरा हाल है।
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मौत से गुस्साए परिजनों और स्थानीय निवासियों ने उतई नगर पंचायत पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है। इसे लेकर नगर पंचायत कार्यालय का घेराव कर जमकर नारेबाजी की। परिजनों ने आरोप लगाया कि, कई बार पंचायत को तालाब की गहराई को समतलीकरण करने को लेकर आवेदन दिया गया था। लेकिन इस ओर नगर के जिम्मेदार अधिकारीयो तथा नगर पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधियों ने नगर वासियों को सिर्फ झूठा आश्वासन दिया और तालाब को खदान बना दिया। नगर वासियों ने बताया कि अपनो को फायदा पहुंचने के लिए अवैध मुरूम खनन कराई गई । जो नगर के शीतला तालाब जानलेवा बन चुका है, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है और भविष्य में भी गंभीर दुर्घटनाओं को नकारा नहीं जा सकता।
10 हजार रुपए की दी आर्थिक सहायता
उतई नगर पंचायत के सीएमओ राजेंद्र नायक ने कहा कि, बच्चा परिवार के साथ नहाने गया था और गहराई में जाने के कारण यह हादसा हुआ। फिलहाल तालाब का जलस्तर कम किया जा रहा है। पीड़ित परिवार को तत्काल 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है। तथा नायब तहसीलदार क्षमा यदु तथा थाना प्रभारी विपिन रंगारी ने बताया कि पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद शासन की योजना अंतर्गत पीड़ित परिवार को 4 लाख की सहायता राहत राशि शीघ्र दी जाएगी ।