SURAJPUR NEWS. जिला अस्पताल सूरजपुर में हुए घोटाले को लेकर पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. रन साय सिंह पर एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का बड़ा बयान सामने आया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान लगभग सभी विभागों में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा और घोटाले हुए हैं। जो भी सरकार के पैसों का दुरुपयोग करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह कितना भी पावरफुल इंसान क्यों न हो।
गौरतलब है कि जिन डॉ. रन साय सिंह पर एफआईआर दर्ज हुई है, वे कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे खेल साय सिंह के दामाद बताए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह सख्त रुख आने वाले समय में अन्य घोटालों की जांच की दिशा भी तय कर सकता है। बता दें की सूरजपुर जिले की कोतवाली पुलिस ने पूर्व सीएमएचओ सहित पांच लोगों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
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आरोप है कि पूर्व सीएमएचओ ने ऑक्सीजन प्लांट लगाने वाली कंपनी की फर्म की जगह दूसरे फर्जी कंपनी को 83 लाख रुपये का भुगतान कर दिया, जिसकी शिकायत वर्तमान सीएमएचओ ने कोतवाली पुलिस को दी थी। इसके बाद पुलिस ने जांच के बाद सीएमएचओ सहित पांच लोगों को आरोपी बनाया है। दरअसल, यह मामला 2021 का है, जब देश में कोविड की दूसरी लहर चल रही थी।
इस दौरान प्रदेश सरकार ने सूरजपुर जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए 83 लाख 21 हजार रुपये जारी किए थे, जिसकी निविदा जेम्स पोर्टल पर जारी की गई थी और यूनिक इंडिया कंपनी, रायपुर को यह टेंडर दिया गया था। शिकायत के आधार पर आईजी सरगुजा ने सूरजपुर कोतवाली पुलिस को इसकी जांच सौंप थी। जांच में सभी आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की पुष्टि हुई।
यूनिक इंडिया कंपनी के संचालक जयंत चौधरी का आरोप है कि उसने अस्पताल में सभी मशीनरी सप्लाई की थी, लेकिन पूर्व सीएमएचओ रनसाय सिंह, लिपिक सहायक जेम्स कुजूर, लेखपाल विजय सिंह ने मिलकर फर्जी दस्तावेज के सहारे यह पैसा यूनिक इंडिया कंपनी दंतेवाड़ा के प्रोपराइटर आशीष कुमार बॉस को दे दिया। इसकी शिकायत जयंत चौधरी ने आईजी सरगुजा से की थी।
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