KAWARDHA NEWS. कबीरधाम जिले के लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना पंडरिया के निजीकरण को लेकर जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों का कहना है कि कारखाना के निजीकरण से किसानों को और यहां काम करने वाले कर्मचारियों को बड़ा नुकसान होगा। इसी कड़ी में भारतीय किसान संघ ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर जमकर नारेबाजी किया और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
कवर्धा जिले के सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना पंडरिया के निजीकरण को लेकर जिले में माहौल गर्म हो रहा है। बीते 10 दिन से इस मामले में किसान संघ समेत राजनीतिक पार्टी द्वारा लगातार ज्ञापन सौंपा जा रहा है।
भारतीय किसान संघ का आरोप है कि सरकार देश में सहकारिता को लगातार बढ़ावा दे रही है। देश में सहकारी समिति की संख्या बढ़ाई जा रही है व उन्हें सशक्त किया जा रहा है।ऐसे में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा यदि सहकारी क्षेत्र के कारखाने को निजी क्षेत्र में बेचा जाता है तो यह केंद्र सरकार के नीति के विपरीत माना जाएगा।
इस दौरान किसान संघ ने इस मुद्दे को लेकर अपनी बात रखते हुए निजीकरण पर आपत्ति जताई। और कहा कि निजीकरण करने से किसानों को गन्ने का उचित दाम नहीं मिलेगा। सैकड़ों स्थानीय लोगों का रोजगार छीन जाएगा। अगर निजीकरण किया गया तो मजदूर एवं किसान संघ सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करेगें।
वहीं इस मामले में कलेक्टर ने कहा कि शक्कर कारखाना को निजीकरण करने की कोई योजना या जानकारी नहीं मिली है, और न ही अब तक कोई प्लान सामने आया है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इन किसानों को कौन यह जानकारी दे रहा है कि इस शक्कर कारखाने का निजीकरण हो रहा है, जब तक इस मामले की प्रमाणिक जानकारी सामने नहीं आती है तब इस प्रकार के आंदोलन को राजनीतिक दृष्टि से ही देखा जाएगा।