BHILAI NEWS. छत्तीसगढ़ समेत देशभर में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों पर लगातार कार्रवाई चल रही है। इसी क्रम में दुर्ग जिले में कार्रवाई की गई है। प्रदेश में अवैध रूप रह रहे अप्रवासियों के धरपकड़ के लिए गठित स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने भिलाई में बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया है। बांग्लादेशी महिला पन्ना बीबी को यह महिला दो साल से नाम व पहचान छिपाकर रहती थी। यह भिलाई में अंजली सिंह उर्फ काकोली घोष के नाम से पहचान छिपाकर रहते पाई गई। आधार कार्ड को एडिट कर फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार किए जिसका इलाज में उपयोग किया गया। इसी आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की है।
जानकारी के अनुसार सुपेला नेहरू रोड में सूरज साव के मकान में एक बांग्लादेशी महिला अपनी पहचान छिपाते हुए काकोली घोष उर्फ अंजली सिंह के छद्म नाम से रह रही है। इसकी सूचना के बाद एसटीएफ को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। एसटीएम की टीम ने सूरज साव के मकान में रह रही महिला से पूछताछ की गई तो उसने गुमराह करने का प्रयास किया। उसने अपना नाम अंजली सिंह, पूर्वी दिल्ली, नांगलोई निवासी होना बताया। अंजली सिंह के नाम से आधार कार्ड भी प्रस्तुत किया, जो जांच के दौरान पहली नजर में संदेह हुआ।
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महिला से बारीकी से पूछताछ करने पर उसने अपना मूल नाम पन्ना बीवी पिता अब्दुल रौफ उम्र लगभग 25 वर्ष मूल निवासी दीधीरपार, दौलतपुर फुलवारी गेट, पोस्ट-बादामतला सिरामोनी जिला खुलना बांग्लादेश की रहने वाली बताई। जांच के दौरान पाया गया कि पन्ना बीवी लगभग 8 साल पहले बिना वैध पासपोर्ट एवं वीजा के अवैध रूप से बाग्लादेश से बोन्गांव पेट्रोपोल, जिला उत्तर 24 परगना, पश्चिम बंगाल स्थित भारत बांग्लादेश अंर्तराष्ट्रीय बॉर्डर से अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया।
कोलकाता आकर अपना नाम काकोली घोष बता कर सोनागाछी में लगभग 5 वर्ष अवैध रूप से रही। वहां से दिल्ली में लगभग 1 वर्ष रही। दिल्ली में रहने के दौरान भिलाई निवासी पूजा नामक लड़की से परिचय होने के बाद उसके साथ भिलाई आई और यहां लगभग 2 वर्षों से सुपेला नेहरू रोड स्थित सूरज साव के मकान में रह रही थी। बांग्लादेशी महिला पन्ना बीबी नेहरू चौक सुपेला स्थित सूरज साव के मकान में किराए से रह रही थी।
मकान मालिक भी किराएदार के संबंध में किसी प्रकार की कोई सूचना थाना में नहीं दी। इसे जानबूकर छिपाकर बांग्लादेशी महिला का सहयोग किया गया। इस आधार पर मकान मालिक सूरज साव के विरुद्ध भी वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान करके उनके विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करने एवं उन्हें वापस भेजे जाने दुर्ग जिला में विशेष कार्य बल (एसटीएफ) का गठन किया गया है।
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