RAIPUR NEWS. समायोजन की मांग को लेकर बर्खास्त B.Ed सहायक शिक्षकों ने रविवार को नया रायपुर धरना स्थल से मंत्रालय तक रैली निकाली। अनुसूचित जाति शासकीय सेवक विकास संघ के बैनर तले आयोजित इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में शिक्षक शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों की रैली को पुलिस ने बीच रास्ते में बेरिकेट्स लगाकर रोक दिया, जिससे प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली।
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शिक्षकों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे। बर्खास्त B.Ed सहायक शिक्षकों ने सरकार से जल्द से जल्द उनकी बहाली और समायोजन की प्रक्रिया पूरी करने की मांग की है। वहीं, प्रशासन की ओर से अब तक इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
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अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ, छत्तीसगढ़ के बैनर तले विभिन्न संवैधानिक माँगों के साथ बर्ख़ास्त बीएड प्रशिक्षित शिक्षकों के हक़ में दिनाँक 16 मार्च 2025, दिन रविवार को तूता स्थल से मंत्रालय भवन तक विराट अनशन रैली का आयोजन किया गया। इसमें शासकीय सेवक संघ के सदस्यों सहित भारी संख्या में बर्ख़ास्त शिक्षक सम्मिलित थे।
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अ.ज.शा.से. विकास संघ के प्रांताध्यक्ष आर.एन. ध्रुव, 33 जिलों के जिलाध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों ने सभा को सम्बोधित करते हुए अनुसूचित जनजाति वर्ग हेतु पदोन्नति में आरक्षण, छात्रवृत्ति की माँग रखी।
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साथ ही बर्ख़ास्त बी.एड. प्रशिक्षितों के समर्थन में उन्होंने कहा कि हमारा संघ प्रदेश में आदिवासियों के हितों की रक्षा हेतु सदैव प्रतिबद्ध रहा है। इस भर्ती में लगभग 1500 अभ्यर्थी अ.ज.जा. से हैं। हम ये मानते हैं कि उक्त प्रकरण में इन बी.एड. प्रशिक्षितों का कोई दोष नहीं है, संघ इनकी माँगों का पूर्णतया समर्थन करता है।
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सभा के बाद संघ के सदस्यों तथा बर्ख़ास्त शिक्षकों का हुजूम मंत्रालय की ओर निकला। लेकिन पुलिस बल द्वारा आधे रास्ते में ही रैली रोक ली गई। जिस पर प्रदर्शनकारियों द्वारा नारेबाजी की गई। इसके बाद अभनपुर तहसलीदार को ज्ञापन सौंपा गया।
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इसके बावजूद, बी.एड. प्रशिक्षित सहायक शिक्षक अभ्यर्थी मंत्रालय की ओर जाने के लिए अडिग रहे। पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें समझाने का प्रयास किया गया, आखिरकार उन्हें वापस तूता धरनास्थल की ओर लौटना पड़ा।