JAGDALPUR NEWS. सुकमा डीएफओ रहे अशोक पटेल को निलंबित कर दिया गया है। उन पर छह करोड रुपए से अधिक के तेंदूपत्ता बोनस घोटाले का आरोप लगा है। प्रारंभिक जांच के बाद उन्हें सस्पेंड करने की कार्यवाही की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तेंदूपत्ता संग्राहकों को बोनस की राशि मिलनी थी, लेकिन उन्हें बोनस की राशि नहीं दी गई। तेंदूपत्ता समिति प्रबंधकों पर भी गबन का आरोप लगा है।
तेंदूपत्ता बोनस भुगतान में गड़बड़ी के आरोप में राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भारतीय वन सेवा (IFS) के अधिकारी और सुकमा के तत्कालीन वनमंडलाधिकारी (DFO) अशोक कुमार पटेल को निलंबित कर दिया है। उनके खिलाफ तेंदूपत्ता सीजन 2021 और 2022 में बोनस वितरण में अनियमितताओं का आरोप था।
वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अवर सचिव डीआर चंद्रवंशी द्वारा जारी आदेश के अनुसार, प्रारंभिक जांच में अशोक कुमार पटेल की भूमिका संदिग्ध पाई गई। जिसके बाद अखिल भारतीय सेवा (अनुशासन एवं अपील) नियम, 1969 के तहत यह कार्रवाई की गई है।
निलंबन अवधि के दौरान अशोक कुमार पटेल का मुख्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय, अरण्य भवन, नवा रायपुर अटल नगर निर्धारित किया गया है। इस दौरान उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।
तेंदूपत्ता बोनस भुगतान में अनियमितताओं को लेकर आदिवासी संगठनों और श्रमिक संगठनों ने कई बार सरकार से शिकायत की थी। इसके बाद मामले की जांच शुरू हुई और अब सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए निलंबन का आदेश जारी किया है।
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