NEW DELHI NEWS. जगद्गुरु संत तुकाराम महाराज के ग्यारहवें वंशज शिरिश महाराज मोर ने आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या कर ली है। उनके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची गई और शिरिश महाराज के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि शिरिश महाराज रात को अपने कमरे में सोने गए थे। सुबह जब उनको उठाने के लिए परिवार के लोग गए तो उन्होंने दरवाजा नहीं खोला और न ही किसी तरह का कोई जवाब दिया। जिसके बाद घर वालों ने दरवाजा तोड़ दिया। दरवाजा तोड़ने के बाद परिजनों ने देखा कि शिरिश महाराज बेसुध हालत में पड़े हुए है। जिसके बाद परिवार वाले आनन फानन में उनको अस्पताल ले गए जहाँ डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया।
पुलिस को शिरिश महाराज का लिखा हुआ एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमे उन्होंने आर्थिक समस्याओं का जिक्र किया है। शिरिश महाराज के पास पास निगडी में इडली रेस्त्रां भी था। वो संत तुकारम महाराज के ग्यारह वंशज थे। पिछले महीने ही उनकी शादी तय हुई थी। बताया जा रहा है कि दो महीने बाद ही उनकी शादी होने वाली थी। लेकिन शादी से पहले ही उन्होंने आत्महत्या कर ली है।
शिरिश महाराज के आत्महत्या की खबर जैसे ही लोगों को लगी इलाके में सनसनी फैल गई है। घटना के बाद से ही देहुगांव में शोक में डूबा हुआ है। शिरिश महाराज सोशल मीडिया के द्वारा धार्मिक प्रवचनों से हिंदुओं का मार्गदर्शन करते थे। इन प्रवचनों में वो उन लोगों से खरीदारी ना करने की अपील करते थे जिनके माथे पर तिलक नहीं हो। वो हिंदुओं पर हो रहे अन्याय और अत्याचार पर भी अक्सर टिप्पणी करते रहते थे।