BALRAMPUR NEWS. बलरामपुर जिले में लापरवाही की एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसे देखकर स्वास्थ्य विभाग भी शर्म से झुक जाएगा। दरअसल, दूरस्थ ग्राम पंचायत मनोहरपुर में एक महिला प्रसव पीड़ा से जूझ रही थी। परिजन उसे किसी तरह शंकरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टर ने उसे देखा और रेफर कर दिया, लेकिन 102 महतारी वाहन नहीं मिलने के कारण परिजन उसे पिकअप में पीछे लोड करके अंबिकापुर ले जा रहे थे।
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महिला को जब ज्यादा दर्द हुआ तो रास्ते में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर में उसे रोक कर किसी तरह अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान महिला दर्द से चिल्ला रही थी और तड़प रही थी। पिकअप वाहन का यह दृश्य काफी शर्मसार करने वाला था। इससे स्वास्थ्य विभाग के ऊपर कई तरह के प्रश्न चिन्ह खड़े हो रहे थे। अस्पताल में जब डॉक्टर ने उसे रेफर किया तो महिला की हालत उन्हें देखनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने नहीं देखा और जब महिला को पिकअप में लोड किया जा रहा था। उस समय भी उसे सही गाड़ी की व्यवस्था नहीं की गई।
राजपुर में पदस्थ बीएमओ डॉ राम प्रसाद तिर्की ने भी मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अगर महिला को इस हालत में अंबिकापुर जर्जर सड़क में ले जाया जाता तो उसका प्रसव गाड़ी में ही हो जाता। उन्होंने कहा कि वास्तव में यह दृश्य सही नहीं है। अगर शासन की तरफ से वाहन की सुविधा है, तो हितग्राहियों को यह मिलनी चाहिए। मामले में बलरामपुर जिले के सीएमएचओ ने मामले में जांच के निर्देश दिए हैं।
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