RAIPUR NEWS. कोरबा में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही महिलाओं के साथ कथित दुर्व्यवहार के आरोपों पर छत्तीसगढ़ के श्रम एवं उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने सफाई दी है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में मंत्री पर महिलाओं के प्रति अपमानजनक शब्द कहने का आरोप लगा है। मंत्री ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है।
ये भी पढ़ें: Breaking: पत्रकार मुकेश चंद्राकर का अस्थियां बिखरी मिलीं, विसर्जन से पहले टूटा मिला कलश
लखनलाल देवांगन ने कहा कि फ्लोरमैक्स कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने उनके रास्ते को बाधित कर दिया था। इस स्थिति में उन्होंने केवल प्रशासनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसपी को निर्देश दिया था। उन्होंने दावा किया कि किसी भी महिला से अपशब्द कहने या दुर्व्यवहार का उनका कोई इरादा नहीं था। मंत्री ने यह भी कहा कि कुछ लोग इस घटना को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
मंत्री लखनलाल देवांगन ने बताया कि वे कोरबा में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। कार्यक्रम से लौटने के दौरान प्रदर्शनकारी महिलाओं ने उनका रास्ता रोक लिया। महिलाएं फ्लोरमैक्स कंपनी से जुड़े कर्ज और धोखाधड़ी के मामलों को लेकर प्रदर्शन कर रही थीं। इस दौरान लगभग 500 महिलाएं सड़क पर बैठ गईं और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
ये भी पढ़ें: BJP नेता को जूतों का गुलदस्ता, कार्यकर्ताओं का ऐसा स्वागत…सोशल मीडिया में मचा रहा धमाल
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में मंत्री देवांगन को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना गया कि “ज्यादा हेकड़ी में रहोगे तो बाहर फेंकवा देंगे।” इस बयान से प्रदर्शनकारी महिलाओं का गुस्सा और बढ़ गया। प्रदर्शनकारी रायगढ़, चांपा, जांजगीर और अन्य जिलों से आई थीं।
मंत्री ने कहा कि फ्लोरमैक्स कंपनी से जुड़े धोखाधड़ी के मामलों में कार्रवाई की जा चुकी है और दोषियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना को बेवजह तूल दिया जा रहा है। मंत्री देवांगन ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी किसी महिला का अपमान नहीं किया। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य केवल प्रशासनिक व्यवस्था बनाए रखना था, ताकि रास्ता साफ हो सके। उन्होंने इस पूरे मामले को अनावश्यक विवाद बताते हुए इसे सियासी चाल करार दिया।