RAIPUR NEWS. सीएम विष्णुदेव साय ने बलरामपुर दौरे से पहले एक बड़ी घोषणा की है। सीएम साय ने कहा कि स्व. पत्रकार मुकेश चंद्राकर के परिवार को राज्य सरकार 10 लाख रुपए की सहायता देगी. इसके साथ मुकेश चंद्राकर के नाम से पत्रकार भवन का निर्माण भी किया जाएगा। दरअसल, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज बलरामपुर जिले में तातापानी संक्रांति परब का शुभारंभ करेंगे। बलरामपुर रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ने मीडिया से चर्चा में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण खत्म करने कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि कांग्रेस आरक्षण को लेकर भ्रम फैलाने का काम कर रही है।
सीएम ने कहा कि कोर्ट के आदेशानुसार ही हमने आरक्षण लाए हैं। कांग्रेस नहीं चाहती कि पिछड़ा वर्ग को आरक्षण मिले। अगर विधानसभा में विधेयक पारित नहीं होता तो आरक्षण नहीं मिलता। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रदेश में कुल 33 जिले है, जिनमें से 16 अधिसूचित क्षेत्र में आते हैं. अधिसूचित क्षेत्र के सभी अध्यक्ष के पद अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित होंगे।
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वहीं 33 में से 4 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। कांग्रेस का इतिहास आरक्षण के विरोध का रहा है। गौरतलब है कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी 2025 को शाम 7 बजे से घर से लापता थे। अगले दिन 2 जनवरी को उनके भाई युकेश ने रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस लगातार मुकेश का फोन ट्रेस कर रही थी। फोन बंद था, लेकिन लास्ट लोकेशन आसपास दिख रही थी।
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CCTV फुटेज भी खंगाले गए, जिसमें अंतिम बार मुकेश टी-शर्ट और शॉर्ट्स में दिखे। इधर, पत्रकारों ने भी अलग-अलग जगह पता किया। Gmail लोकेशन के जरिए लोकेशन ट्रेस की गई, जिसमें मुकेश की लास्ट लोकेशन बीजापुर के चट्टानपारा में दिखी। पुलिस ने इसी के आधार पर जांच की। जब पत्रकार पुलिस के साथ लोकेशन पर पहुंचे, तो पुरानी सैप्टिक टैंक में कुछ नया कांक्रीट किया हुआ दिखा।
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इससे शक हुआ और इसे तोड़ा गया। इसके बाद मुकेश की लाश सैप्टिक टैंक से ही मिली। इस मामले में प्रदेश सरकार ने एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी की टीम ने आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को गिरफ्तार किया है। अभी सभी आरोपी पुलिस रिमांड में जेल में बंद हैं।