RAIPUR NEWS. CGPSC के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी को कोर्ट ने 7 दिन की रिमांड दी है। जबकि सीबीआई ने 12 दिन रिमांड मांगी थी। आज पूर्व IAS टामन सोनवानी समेत 2 आरोपियों को CBI ने कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट में दोनों पक्षों ने अपनी अपनी दलील रखी। सीबीआई ने दोनों आरोपियों की रिमांड मांगी थी। इस मामले में टामन सिंह सोनवानी के वकील वकील फैजल रिजवी ने पक्ष रखा था।
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फैजल रिजवी के अनुसार सीबीआई ने आरोपियों से पूछताछ के लिए 12 दिन की रिमांड मांगी थी। सीबीआई की इस मांग का उनकी तरफ से विरोध किया गया। वकील ने कहा कि टामन सोनवानी की पत्नी जिस एनजीओ में प्रेसिडेंट है उसमें 45 लाख रुपए गोयल ने दिये हैं। इसपर किसी भी तरह की कोई लेनदेन की बात नहीं है। CSR फंड किसी भी संस्था को दिया जा सकता है। यह कार्यवाही पूरी तरह से गलत है, हमने अपना पक्ष रखा है।
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गौरतलब है कि कल ही पीएससी घोटाले में पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी को गिरफ्तार किया गया था। सोनवानी पर CGPSC भर्ती में गड़बड़ी का आरोप है। इसके अलावा बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि गोयल ने अपने बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका को नौकरी दिलाने के लिए चेयरमैन सोनवानी के करीबी के NGO को CSR फंड से 45 लाख दिए थे। पैसे सोनवानी को पहुंचे। इसकी पुष्टि के बाद कार्रवाई की गई।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी की गिरफ्तारी के बाद भाजपा को कांग्रेस पर हमला करने का मौका मिल गया है। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने पीएससी घोटाले को लेकर कहा कि यह पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के शीर्ष नेताओं की शह के बिना संभव नहीं था। परीक्षा में धांधली कर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले डबल इंजन सरकार में बख्शे नहीं जाएंगे।
पीएससी गड़बड़ी की जांच हाथ में लिए जाने के पांच महीने बाद सीबीआई ने सोमवार को पीएससी के तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के साथ बजरंग पावर एण्ड इस्पात लिमिटेंड के निदेशक श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया था। आज दोनों को अदालत में पेश कर सीबीआई ने रिमांड मांगी है।