RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े अंबेडकर अस्पताल में आग लगने से हड़कंप मच गया था। इसके बाद अब इसकी जांच की जाएगी। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. विवेक चौधरी ने जांच टीम का गठन किया। दरअसल, अंबेडकर अस्पताल अग्निकांड के कारणों का पता लगाने पांच डॉक्टरों की टीम बना दी गई है। स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम विद्युत और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से कारण जानने का प्रयास करेगी कि एयर प्यूरीफायर में क्यों आग लगी है। विशेषज्ञों की टीम में सभी विभाग के एक-एक एचओडी को रखा गया है। इसमें हड्डी रोग विभाग के एचओडी डॉ. आर दास, सर्जरी विभाग की एचओडी डॉ. मंजू सिंह, आईसीसीयू प्रभारी डॉ. सुंदरानी और अंबेडकर अस्पताल के उप अधीक्षक डॉ. अनिल बघेल को शामिल किया गया है।
जानकारी के अनुसार आज यानी 7 अक्टूबर को टीम घटनास्थल के अलावा पूरे अस्पताल की जांच करेगी कि कहां-कहां बिजली कनेक्शन को लेकर खतरा है या कहां की वायरिंग खराब है। टीम के साथ बिजली और पीडब्ल्यूडी विभाग के इंजीनियर और तकनीशियन भी रहेंगे। गौरतलब है कि अंबेडकर अस्पताल में मंगलवार को न्यू ट्रामा ओटी कांप्लेक्स में एयर प्यूरीफायर में शार्ट सर्किट से आग लग गई थी। आग से एसी ब्लास्ट हुआ और पूरा ओटी धुंए से भर गया। उसी ओटी के सामने स्थित दूसरी ओटी में मरीज की सर्जरी हो रही थी। वहां फंसे मरीजों और डाक्टरों को खिड़की का कांच तोड़कर और लोहे जाली काटकर निकाला गया था।
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बता दें कि डॉ. भीमराव अंबेडकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में थर्ड और फोर्थ फ्लोर पर ट्रामा सेंटर के ओटी वार्ड में आग लग गई। शॉर्ट सर्किट की वजह से ऑपरेशन थिएटर के एसी में ब्लास्ट हो गया. इस घटना के बाद अस्पताल में चारों तरफ धुआं फैल गया।आग की घटना उस समय हुई, जब डॉक्टर यहां पर मरीजों के ऑपरेशन की तैयारी कर रहे थे. मरीज के साथ डॉक्टर और नर्स का स्टाफ भी मौजूद था। अस्पताल में आग लगने की घटना के बाद मरीजों को आनन फानन में दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया। आग लगने के तुरंत बाद अफरा तफरी माहौल हो गया. डॉक्टर ने भाग कर अपनी जान बचाई।