KAWARDHA NEWS. जिला के लोहारिडीह कांड को लेकर पिछले एक महीने से जमकर सियासी बवाल मचा हुआ है। वहीं सियासत के बीच लोहारिडीह के ग्रामीणों ने एकजुट होकर यह निर्णय लिया है कि वे किसी राजनीतिक पार्टी के प्रदर्शन में शामिल नही होंगें। इस पूरे विषय पर लोहारिडीह के तकरीबन 100 से अधिक ग्रामवासियों ने कवर्धा कलेक्टर के नाम लिखित ज्ञापन सौंपा है।
इस पूरे मामले में ग्रामीणों का कहना है बहुत से लोग जेल में बंद हैं, उनमें जल्द जाँच कर निर्दोषों को छोड़ा जाना चाहिए । उनका कहना है हम ग्राम वासी वापस गाँव मे शांति का वातावरण बनाकर रहना चाहते हैं। आपसी प्रेम संबंध से आगे बढ़ना चाहते हैं । इस पूरे घटना से पूरे ग्रामवासी दुःखी और परेशान हैं । हमे सरकार के ऊपर पूरा भरोसा है निर्दोष लोग जल्द जेल से रिहा होंगे ।
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम लोहारिडीह घटना पर काँग्रेस पार्टी के 21 अक्टूबर को आयोजित प्रदर्शन में शामिल नहीं होंगे। इसकी सूचना देने कलेक्टर कार्यालय आये थे, आने में देरी हो गई। गाँव वाले चाहते हैं इस विषय पर राजनीति न होकर हमे राहत मिले। इस दिशा में काम होना चाहिए।
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गृहमंत्री के लोग कर रहे राजनीति : कांग्रेस
वहीं कांग्रेस का कहना है कि हम राजनीति नहीं कर रहें हैं, बल्कि राजनीति तो गृहमंत्री के लोग कर रहें हैं। अब तक सिर्फ प्रशांत साहू के परिवार को आर्थिक राहत दी गई है। कचरू उर्फ शिवप्रसाद साहू और रघुनाथ साहू के परिवार को आर्थिक सहयोग क्यों नहीं दिया गया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी निर्दोष लोगों की लड़ाई लड़ रही है। हमारे प्रदर्शन में लोहारिडीह के ग्रामीण शामिल भले न हो लेकिन कचरू साहू और प्रशांत साहू के परिवार के लोग खुद से शामिल होने की बात कही है। अब देखना होगा कि लोहारिडीह कांड को लेकर राजनीति कब थमती है। क्यों कि ग्रामीणों ने तो एकजुटता के साथ राजनीति नहीं करने की बात कही है।