SARANGARH NEWS. सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के सरसीवां निवासी दीपक चौहान सूदखोरी से परेशान होकर घर से लापता हो गया था। उसे 9 दिन बाद सरसीवां पुलिस ने ढूंढ निकाला है। उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट उनके परिजनों द्वारा थाने में दर्ज कराई गई थी। आखिरकार, आज पुलिस ने दीपक को खोजकर उनके परिवार को सौंप दिया है।
यह मामला सरसीवा थाना क्षेत्र का है। जहां एक सूदखोर शिक्षक की प्रताड़ना से परेशान होकर दीपक चौहान 9 दिन पहले लापता हो गया था। दीपक की पत्नी शांति चौहान ने 2 अक्टूबर को थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में सरसीवा निवासी शिक्षक शंभू नारायण बंजारे और कमल दुबे पर सूदखोरी और प्रताड़ना का आरोप लगाया गया था।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की और 8 दिन बाद दीपक को सारंगढ़ के रानीसागर से बरामद कर लिया। बरामदगी के वक्त दीपक की हालत देखकर स्पष्ट था कि वह मानसिक और शारीरिक रूप से काफी परेशान था। उसकी दाढ़ी बढ़ी हुई थी और कपड़े फटे हुए थे।
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पूछताछ के दौरान दीपक ने बताया कि उसने कुछ माह पहले शंभू नारायण से पैसे उधार लिए थे। जिनका मूलधन चुका दिया था, लेकिन ब्याज के लिए उसे बार-बार परेशान किया जा रहा था। शंभू नारायण और कमल दुबे द्वारा लगातार गाली-गलौज और धमकियां दी जा रही थीं, जिसके कारण वह मानसिक रूप से टूट चुक था और घर छोड़कर चले गया था।
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दीपक ने यह भी कहा कि उनके पास केवल दो ही विकल्प बचे थे – या तो वह कहीं नौकरी ढूंढें या आत्महत्या कर लें। सरसीवा थाना प्रभारी भगवती प्रसाद कुर्रे ने बताया कि दीपक की गुमशुदगी की रिपोर्ट उनकी पत्नी शांति चौहान द्वारा 2 अक्टूबर को दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने दीपक को ढूंढकर उनके परिजनों को सौंप दिया है और मामले की जांच जारी है।