NEW DELHI NEWS. प्रसिद्ध उद्योगपति और टाटा सन्स के चेयरमैन एमरिटस रतन टाटा (86) का बुधवार रात मुंबई में निधन हो गया। वे उम्र संबंधी बीमारियों का इलाज कराने के लिए ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थे। सोमवार तड़के ब्लड प्रेशर गिरने के बाद उन्हें अस्पताल लाया गया था। उन्हें आईसीयू में रखा गया था। इससे मंगलवार दोपहर रतन टाटा ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी थी कि वह ठीक हैं और पोस्ट में लिखा था कि वो अस्पताल में रूटीन चैकअप के लिए गए थे। उन्होंने कहा कि मेरी चिंता करने के लिए सभी का धन्यवाद, लेकिन मैं एक दम ठीक हूं। चिंता की कोई बात नहीं है। जानिए रतन टाटा के जीवन के बारे में। क्यों नहीं की शादी। क्या था शौक आदि।
देश की जानी मानी हस्ती रतन टाटा को भारत के दो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण (2000) और पद्म विभूषण (2008) से भी सम्मानित किए जा चुका है। रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर, 1937 को सूरत में हुआ था। उनके माता-पिता का नाम नवल टाटा और सूनी कमिसारीट था। जब रतन टाटा 10 साल के थे, तब वे अपने माता पिता से अलग हो गए थे। उसके बाद उन्हें जेएन पेटिट पारसी अनाथालय के माध्यम से उनकी दादी नवाजबाई टाटा ने औपचारिक रूप से गोद ले लिया था। रतन टाटा का पालन-पोषण उनके सौतेले भाई नोएल टाटा (नवल टाटा और सिमोन टाटा के बेटे) के साथ हुआ।
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प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
रतन टाटा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के कैंपियन स्कूल से की। यहां से उन्होंने 8वीं तक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद, आगे की पढ़ाई के लिए वे मुंबई में कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल और शिमला में बिशप कॉटन स्कूल गए। इसके बाद रिवरडेल कंट्री स्कूल, न्यूयॉर्क शहर में शिक्षा प्राप्त की है। वे कॉर्नेल विश्वविद्यालय और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के पूर्व छात्र हैं।
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1991 में रतन टाटा ने टाटा संस और टाटा ग्रुप का अध्यक्ष पद संभाला
1991 में रतन टाटा ने टाटा संस और टाटा ग्रुप का अध्यक्ष पद संभाला। उन्होंने 21 वर्षों तक टाटा समूह का नेतृत्व किया और इसे बुलंदियों पर पहुंचाया। उनके नेतृत्व में टेटली टी, जगुआर लैंड रोवर और कोरस का अधिग्रहण किया गया। उनकी देखरेख में टाटा ग्रुप 100 से अधिक देशों में फैल गया। टाटा नैनो कार भी रतन टाटा की ही अवधारणा थी।
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जानिए क्यों नहीं की शादी
रतन टाटा ने 2011 में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि मैं चार बार शादी करने के करीब पहुंचा, लेकिन हर बार डर के कारण या किसी न किसी कारण से मैं पीछे हट गया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, लॉस एंजिल्स में काम करते समय उन्हें एक लड़की से प्यार हो गया था और उन्हें भारत लौटना पड़ा क्योंकि उनके परिवार का कोई सदस्य बीमार था। लड़की के माता-पिता ने उसे भारत जाने की अनुमति नहीं दी। कहा जाता है शायद वह इसी कारण आज तक अविवाहित हैं।
शौक ऐसा…साल में 1 बार वैकेशन जाते थे
टाटा साल के अंत में छुटि्टयां मनाने जरूर जाते थे। 2019 में मुझे भी उनके साथ जाने का सौभाग्य मिला। हम केरल कोवलम घूमने गए थे। ट्रिप के पहले टाटा सिर्फ एक बात को लेकर उत्साहित थे कि वे सूरज की रौशनी का आनंद लेंगे और स्विमिंग करेंगे। हम वहां एक वीक के लिए गए थे और टाटा आधा दिन सूरज की रौशनी के नीचे बिताते थे।