DURG. कबीरधाम के लोहारीडीह गांव की घटना में दुर्ग के केंद्रीय जेल में बंद महिला बंदियों से मुलाकात करने के लिए आज राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक पहुंची। मुलाकात के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा 33 महिलाओं के शरीर में चोट के निशान हैं। उन्होंने हाईकोर्ट के जस्टिस से जांच कराने की मांग की।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने कहा, कि लोहारीडीह घटना के बाद इस मामले में कुल 35 दोषी महिलाओं को दुर्ग जेल की महिला बंदीगृह में रखा गया है। जिनसे मुलाकात कर उनका बयान लिया गया है। इनमे से दो को छोड़कर 33 महिलाओं के शरीर में चोट के निशान दिखाई दे रहे हैं। सभी का बयान हमने लिया है। महिलाओं के चोटों के पुष्टि के लिए फोटोग्राफ लेना भी आवश्यक है। उनके इलाज के लिए महिला डॉक्टरो को नियुक्त किया जाना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इस मामले में मजस्ट्रियल जांच अगर होगी, तो वह राज्य शासन के खिलाफ नहीं जाएंगे। ऐसी स्थिति में हाईकोर्ट के जस्टिस से जांच कराई जाए तो सारी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
बता दें कि मामले में राज्य सरकार ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। बीते दिन कवर्धा लोहारीडीह मामला बड़ी कार्रवाई कलेक्टर और आईपीएस डॉ. अभिषेक पल्लव को सरकार ने हटा दिया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कवर्धा जिले में ग्राम लोहारीडीह में 15 सितंबर को शिवप्रसाद साहू की मौत के बाद घटित आगजनी में रघुनाथ साहू की मौत की घटना के मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं।
इस मामले में पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों से मारपीट की, जिसके चलते रेंगाखार थाने के निरीक्षक, सहायक उप निरीक्षक सहित वहां पदस्थ 23 पुलिसकर्मियों को भी हटा दिया गया है।