DURG. संत मीराबाई की 525वीं जयंती के अवसर पर दुर्ग के बोराई स्थित नवोदय विद्यालय में संगीत नाटक अकादमी ने दो दिवसीय कला धरोहर कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका नीतू झा के मार्गदर्शन में सुर, लय व ताल का ज्ञान बच्चों को मिला। वहीं बच्चों ने सुंदर भजनों की प्रस्तुति देते हुए अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित किया।
बता दें, संगीत नाटक अकादमी की ओर से पूरे देश भर में इस तरह के आयोजन किए गए। दुर्ग में भी यह आयोजन जवाहर नवोदय विद्यायल में हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री एम भार्गव, आइ.ए.एस. सहायक ज़िलाधिकारी ने बच्चो की प्रस्तुतियों की मुक्त हृदय से प्रशंसा की व नीतू झा की प्रस्तुति को भी सराहा। यह कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा संत मीरा बाई की 525वीं जयंती मनाने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया।
संगीत नाटक अकादेमी की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा की पहल पर शुरू की गई ‘कला धरोहर’ श्रृंखला का उद्देश्य छात्रों में भारतीय संस्कृति के प्रति गहरा लगाव पैदा करना है। दुर्ग के जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य संजय कुमार ने बताया कि छात्रों के लिए यह एक अनूठा अवसर रहा, छात्रों में संगीत के प्रति रुचि बढ़ी व उन्हें एक प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका से सीखने का अवसर मिला।
इस अवसर पर संगीत नाटक अकादमी ,दिल्ली के प्रतिनिधि विजय सिंह उपस्थित रहे तथा भिलाई, छत्तीसगढ़ के कला-साहित्य अकादमी के अध्यक्ष शक्ति चक्रवर्ती, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मणिमय मुखर्जी, सचिव बबलू विश्वास तथा प्रचार प्रसार समन्वयक अनिल पंडा उपस्थित रहे ।
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देश के विभिन्न स्कूलों में आयोजित
कार्यक्रम यह कार्यक्रम केवल दुर्ग ही नहीं बल्कि देश के अन्य छह शहरों जबलपुर,उज्जैन, जयपुर, राजसमन्द और पुरी में भी जवाहर नवोदय विद्यालयों में एक साथ आयोजित किया गया है।संगीत नाटक अकादेमी का मानना है कि इस तरह के कार्यक्रमों से छात्रों को भारतीय प्रदर्शन कलाओं के बारे में जानने और सीखने का अवसर मिलता है।
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संगीत नाटक अकादेमी का उद्देश्य
संगीत नाटक अकादेमी, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की एक स्वायत्त संस्था है। इसका उद्देश्य संगीत, नृत्य और नाटक के विविध कला रूपों को संरक्षित करना और प्रोत्साहित करना है। अकादेमी देश के विभिन्न भागों में कार्यक्रम,उत्सव और कार्यशालाएं आयोजित करके भारतीय सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देती है।