CENNAI NEWS. देश में आंतिकयों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए बड़ी कार्रवाई की गई है। दरअसल, दुनियाभर के कई देशों में प्रतिबंधित संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (Hizb ut-Tahrir Organization) के खिलाफ आज यानी 24 सितंबर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने छापेमारी की है। एनआईए ने तमिलनाडु में पुदुक्कोट्टई, कन्याकुमारी और तांबरम समेत हिज्ब-उत-तहरीर के 11 ठिकानों पर कार्रवाई कर रही है। छापेमारी कर रही है। एनआईए ने हिज्ब उत-तहरीर संगठन से जुड़े लोगों के घरों पर तलाशी ली। चेन्नई पुलिस विभाग में प्रतिबंधित संगठन हिज्ब उत-तहरीर में लोगों की भर्ती करने का मामला दर्ज किया गया।
दरअसल, इस संगठन पर लोगों का ब्रेनवाश करने का आरोप है। संगठन युवाओं का ब्रेनवॉश कर उनसे देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने का काम करती है। यह संगठन युवाओं को जिहाद के लिए तैयार करती है। वहीं आतंकियों को जैविक हथियार बनाने की भी ट्रेनिंग देता है। इससे पहले मध्य प्रदेश में हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। चेन्नई सेंट्रल क्राइम ब्रांच के मुताबिक रोयापेट्टा के रहने वाले एक पिता-पुत्र और उनके सहयोगियों ने लोगों को हिज्ब-उत-तहरीर में शामिल करने के लिए उनका ब्रेनवॉश किया था। आतंकवाद से जुड़े मामले को क्राइम ब्रांच ने एनआईए को सौंप दिया है।
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मध्य प्रदेश में हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें से आधे ऐसे थे जो कि धर्मपरिवर्तन के बाद मुसलमान बने थे। इस कट्टरपंथी संगठन का मकसद इस्लामिक राष्ट्र बनाना है। इसकी वेबसाइट भी है जिसमें कहा गयाहै कि अल्लाह के ना मानने वाले सिस्टम को खत्म करना है। इस संगठन को यरुशलम में 1952 में बनाया गया था. वहीं इसका मौजूदा मुख्यालय लंदन में है।
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क्या है हिज्ब-उत-तहरीर
हिज्ब-उत-तहरीर भड़काऊ तकरीरें सुनाकर युवाओं को बरगलाने की कोशिश करता है। यह युवाओं को जिहाद के लिए तैयार करने के अलावा उन्हें हथियारों की ट्रेनिंग भी देता है। यहां तक की कट्टरपंथी आतंकवादी संगठन जैविक हथियार बनाने की भी ट्रेनिंग देता है। हिज्ब-उत-ताहिर धर्म परिवर्तन में भी शामि रहता है। इसके अलावा लव जिहाद की घटनाओं में भी उसका हाथ पाया गया है।