संजीव सोनी
LALITPUR. नगर में श्रद्धा व उत्साह से शुरू हुआ गणेशोत्सव विसर्जन के साथ सम्पन्न हुआ। जगह-जगह सजाई गई गणपति महाराज की झांकियों पर प्रतिदिन सुबह-शाम आरती और सांस्कृतिक धार्मिक अनुष्ठान हुए। मंगलवार अनन्त चतुर्थदशी के दिन सुबह की अन्तिम आरती व हवन के बाद ढोल नगाड़ों के बीच गणेश प्रतिमाओं की शोभायात्रा निकालकर गोविन्द सागर बांध में विसर्जित किया गया।
शोभायात्रा में श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर ‘गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आ’ जैसे नारे लगाकर गणपति बप्पा को छलकती अंखियों के साथ विदाई दी। दिनभर रिमझिम बारिश के बीच सुबह से शुरू हुआ गणपति विसर्जन का सिलसिला देर सायं तक जारी रहा। प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद सभी झांकियों के पण्डाल सूने दिखाई दिए।
मुख्य कार्यक्रम कटरा बाजार में गणेश एवं नवदुर्गा समिति द्वारा पिछले वर्र्षाें की भाँति इस वर्ष भी भगवान गणेश की प्रतिमा महाराष्ट्र के लालबाग के राजा की तर्ज पर स्थापित की गई थी। यहाँ भी समिति के कार्यकर्ता मराठी टोपी पहनते हैं। आरती में बड़े-बड़े ढोल नगाड़े, घण्टा झालर आदि की गूँज के बीच आरती होती है। सम्पूर्ण कार्यक्रम बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। अनन्त चौदस के दिवस मंगलवार को पण्डित हरिओम महाराज द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच नित्य होने वाली पूजन व आरती कराई गई। इसके बाद हवन की तैयारियाँ शुरू हुईं। हवन पूर्णाहूति और प्रसाद वितरण के बाद विसर्जन की तैयारियाँ शुरू की गईं।
सायं ढोल-नगाड़ों के बीच गणपति बप्पा की शोभायात्रा शुरू हुई। हाथ ट्राला पर विराजित गणेश प्रतिमा को युवाओं द्वारा खींचा जा रहा था। उत्साही युवक ट्राले को खींचते चल रहे थे। शोभायात्रा लोहा-पीतल बाजार, सावरकरचौक होते हुए घण्टाघर पहुँची। घण्टाघर स्थित सदर चौकी पहुँची। सदर चौकी में विराजित गणेश प्रतिमा का मिलन कार्यक्रम कराया गया। यहाँ कोतवाली मन्दिर के पुजारी द्वारा गणेश प्रतिमा की आरती उतारी गई। इस अवसर पर पुलिस अफसर व पुलिस बल द्वारा गणेश प्रतिमा का स्वागत किया गया।
इसके बाद घण्टाघर से सावरकर चौक, आजाद चौक, नदीपार होते हुए शोभायात्रा गोविन्द सागर बाँध पहुँची। यहाँ देर सायं मूर्ति को विसर्जित किया गया। शोभायात्रा के दौरान युवकों द्वारा गणपपि बप्पा मोरया, एक दो तीन चार, गणपति जी की जयजयकार जैसे नारे गुंजायमान किए जा रहे थे। वहीं ढोल नगाड़े और डीजे की भक्ति ध्वनि पर जमकर उछलते हुए चल रहे थे। इस दौरान एक दूसरे को गुलाल लगाकर उत्साह से एक दूसरे को शुभकामनायें दी जा रही थीं। गोविन्द सागर बाँध में देर शायं अन्तिम आरती के पश्चात छलकते आंसुओं के बीच गणपति बप्पा को विसर्जित किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कटरा बाजार के सभी दुकानदारों का सराहनीय सहयोग रहा।
घर-घर विराजे गणपति, देर शायं हुआ विसर्जन
बड़ी संख्या में लोगों ने अपने-अपने घरों में भी गणेश प्रतिमओं को विराजित कर हर्षाेल्लास के साथ पूजन-अर्चन की गई। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार घण्टाघर पर बड़े पैमाने पर गणपति मूर्तियाँ लेकर घर-घर व गली-गली में छोटे-छोटे पण्डाल सजाकर गणेश झांकियाँ सजाई गई थीं। वहीं बच्चों द्वारा भी प्रतिमा विराजित कर श्रद्धा व उल्लास के साथ पूजा-अर्चना की गई। पूरे नगर में गणेशोत्सव की धूम मची हुई थी। नगर में मंगलवार को सुबह से ही गणपति विसर्जन शुरू हो गया था। श्रद्धालुओं द्वारा ढोल नगाड़ों के बीच एक दूसरे को गुलाल लगाकर उत्साह से शोभायात्रा निकाली गई। गणपति विसर्जन का दौर देर शायं तक जारी रहा।