RAJNANDGAON. डीजे, धुमाल, साउंड यूनियन के लोगों ने शासन, प्रशासन के द्वारा जारी आदेश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रैली निकालकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है। साउंड यूनियन के द्वारा कहा गया है कि जो मापदंड साउंड सिस्टम को लेकर तय किये गए हैं, उसके अनुरूप कार्य करना संभव नहीं है।
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प्रदेशभर के सभी डीजे, धुमाल, साउंड सिस्टम संचालक प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान ईद मिलादुन्नबी, गणेश विसर्जन जैसे पर्व पर भी साउंड सिस्टम नहीं लगाए जाएंगे। अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए साउंड सिस्टम संचालकों ने कहा कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा डीजे व धुमाल पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया गया है। शासन का कहना है कि वाहन में साउण्ड सिस्टम नहीं बांधना है। परन्तु बिना वाहन के साउण्ड सिस्टम जुलूस झांकी या अन्य किसी रोड शो में चला पाना संभव ही नहीं है।
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साउंड यूनियन के अध्यक्ष मनीष तिवारी का कहना है शासन द्वारा 55 डीबी में साउण्ड और थुमाल को बजाने कहा गया है, जो की कभी भी संभव नहीं हो सकता क्योंकि एक कार का हॉर्न ही 90 डेसीबल से ज्यादा में बजता है, तो 55 db में किसी भी साउण्ड सिस्टम को चलाना संभव ही नहीं है।
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अपनी मांगे पूरी करने के लिए प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से साउंड यूनियन द्वारा अवगत कराया गया है। अगर मांगे नहीं मानी जाती है या बैठक में कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलता है तो साउंड सिस्टम वाले ईद मिलादुन्नबी के जुलूस से अपनी हड़ताल की शुरुआत कर देंगे और गणेश विसर्जन पर भी हड़ताल करेंगे।
वहीं किसी भी सरकारी आयोजन व राजनैतिक कार्यक्रमों में भी साउंड सिस्टम नहीं लगाएंगे और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। साउंड यूनियन ने अपनी विभिन्न मांगों को रखा है जिसमें माल वाहक वाहन में साउण्ड सिस्टम लगाने की छूट प्रदान करने, किसी भी डीजे साउण्ड एवं घुमाल वालों के खिलाफ आपराधिक धारा नहीं लगाने, साउण्ड सिस्टम को राजसात नहीं करने, 55 डीबी के 70 साल पुराने नियम में संशोधन करने की मांग रखी है।