NEW DELHI. पेरिस ओलंपिक में भारत का अब तक का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं है। 140 करोड़ की जनसंख्या वाले भारत ने अभी तक इस ओलंपिक में 3 कांस्य पदक जीते है। इनमें से दो पदक मनु भाकर के ही हैं। पेरिस ओलंपिक का 7वां दिन भारत के लिये मिलाजुला रहा। भारत के लिए गोल्ड की उम्मीद तब टूटी जब बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु अपना मैच हार कर टूर्नामेंट से बाहर हो गईं। भारत मेडल की तालिका में 47वें स्थान पर है।
लक्ष्य अपने लक्ष्य से एक जीत दूर
लक्ष्य सेन ने बैडमिंटन में भारत की पदक की आशा को बनाये रखते हुए मेंस सिंगल्स केटेगरी के क्वार्टर फ़ाइनल्स में चाइना के ताइपे के चाऊ टीएन चेन को 19-21 , 21-15 और 21-12 से हराया। पहला सेट बहुत क़रीब से हारने के बाद लक्ष्य सेन ने वापसी करते हुए लगातार दो सेट जीत कर सेमी फाइनल में प्रवेश कर लिया। लक्ष्य सेन ओलंपिक खेलों के इतिहास में टॉप-4 में पहुँचने वाले पहले भारतीय पुरुष बन गये हैं। अब लक्ष्य सेन भारत के लिए पदक पक्का करने से एक जीत दूर हैं।
हॉकी में 52 साल बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया
हॉकी में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 52 साल बाद हराया। भारत को ऑस्ट्रेलिया पर आख़िरी बार जीत 1972 में मिली थी। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने राउंड ऑफ़ 16 के बहुत ही रोमांचक मैच में ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से पटखनी दी। कप्तान हरमानप्रीत ने 2 गोल दागे तो वहीं अभिषेक ने एक गोल किया। अब भारत का मुक़ाबला 4 अगस्त को क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन से होगा।
मनु भाकर का तीसरे मेडल की तरफ़
एक और कदम पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की स्टार शूटर मनु भाकर 25 मीटर विमेंस पिस्टल इवेंट के फाइनल में पहुँच गई हैं। वे 590 अंक के साथ दूसरे स्थान में रही। इससे पहले मनु भाकर 10 मीटर सिंगल और डबल में भारत को कांस्य पदक दिला चुकी है।
– तीरंदाज धीरज और अंकिता भगत की मिक्स्ड कैटेगरी की टीम ब्रोंज मेडल का मैच अमेरिका से हार गई। भारतीय जोड़ी को अमेरिका ने 6-2 से हराया।
– सर्बिया के स्टार टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच मेंस सिंगल्स के फाइनल में पहुँच गये। अब उनका मुक़ाबला विंबलडन विजेता स्पेन के कार्लोस अलकारेज़ से होगा।
– एथलेटिक्स में शॉटपुटर तेजिंदरपाल सिंह तूर फाइनल में जगह नहीं बना सके। उन्होंने क्वालिफिकेशन इवेंट के पहले प्रयास में 18.05 मीटर का किया। बाक़ी के दोनों प्रयास रेफ़री ने फ़ाउल घोषित कर दिये।
– एथलेटिक्स के 5000 मीटर इवेंट में धावक पारुल चौधरी और अंकिता ध्यानी भी फाइनल में जगह बनाने से चूक गई। पारुल हीट 2 में 14वे और ओवरऑल 24वे स्थान पे रही जबकि अंकिता हीट-1 में 20वें और ओवरऑल 40वें स्थान पर रही। हीट से केवल शीर्ष 8 धावकों को ही फाइनल में हिस्सा लेने का मौक़ा मिलता है।