अभय तिवारी
BALODA BAZAR. 10 जून को सतनामी समाज के आंदोलन के वक़्त हुई हिंसा अब कांग्रेस के लिए गले की हड्डी बन रही है। भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव 10 जून को सतनामी समाज के आंदोलन के दौरान मौजूद थे। अब पुलिस ने उन्हें एक नोटिस भेज पूछताछ के लिए 9 जुलाई सुबह 10 बजे बलौदा बाज़ार पुलिस के सामने उपस्थित होने के लिए कहा है।
पुलिस ने देवेंद्र यादव की 10 जून को बलौदा बाज़ार के दशहरा मैदान में उपस्थिति को लेकर सवाल खड़ा किया है। पुलिस भिलाई नगर विधायक से प्रदर्शन के दिन दिये गये भाषण के बारे में जानकारी चाहती है। इसके लिए उन्हें थाना सिटी कोतवाली बलौदा बाज़ार में उपस्थित रहने को कहा है। पुलिस घटना के बाद से ही प्रदर्शन के दिन के सीसीटीवी फुटेज वायरल वीडियो और फोटो के माध्यम से आरोपियों की गिरफ़्तारी कर रही है।
पुलिस ने देवेंद्र यादव को भेजे नोटिस में लिखा है कि जिस वक़्त वह प्रदर्शन में मौजूद थे उस वक़्त दिये गये भाषणों के परिणाम स्वरूप आपराधिक घटनाक्रम हुआ है। इसके संबंध में तथ्यों की बारीकी से जानकारी प्राप्त की जानी है। पुलिस ने नोटिस में यह भी लिखा है कि देवेंद्र यादव की अनुपस्थिति को अनुसंधान में असहयोग माना जाएगा।
मंत्रियों ने देवेंद्र यादव की उपस्थिति पर उठाए थे सवाल
10 जून को सतनामी समाज के आंदोलन के समय कांग्रेस के नेता और विधायक देवेंद्र यादव बलौदा बाज़ार में थे। अपनी मौजूदगी को लेकर देवेंद्र यादव ने सोशल मीडिया में एक पोस्ट भी किया था। हिंसा की खबर आग की तरह पूरे प्रदेश में फैलने के बाद 3 भाजपा नेता और छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री दयालदास बघेल, टंकराम वर्मा और श्याम बिहारी जयसवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर देवेंद्र यादव की सतनामी समाज के आंदोलन में मौजूदगी को लेकर सवाल उठा रहे थे।
इसके अगले ही दिन देवेंद्र यादव ने मीडिया से बात करते हुए बताया था कि लोकसभा चुनाव में बिलासपुर से प्रत्याशी होने के कारण सतनामी समाज के लोगों ने उनसे प्रदर्शन में शामिल होने की बात कही थी। इसी कारण वे आंदोलन में गए थे। उन्होंने प्रेस से बात करते हुए ये भी कहा था कि चूंकि वे सतनामी समाज के व्यक्ति नहीं है तो उन्होंने मंच में उपस्थिति नहीं दी थी।
कांग्रेस के और भी नेताओं पर उठ चुके हैं सवाल
छत्तीसगढ़ के तीन मंत्री दयालदास बघेल, टंकराम वर्मा और श्याम बिहारी जयसवाल ने प्रेस कांफ्रेंस की थी। इसमें देवेंद्र यादव सहित पूर्व विधायक और सतनामी गुरु रुद्र कुमार और बिलाईगढ़ की विधायक कविता प्राणलहरे पर भी भीड़ को उत्तेजित करने और हिंसा को भड़काने के आरोप लगाये थे। गुरु रुद्र कुमार ने इस प्रेस कांफ्रेंस के अगले दिन ही रायपुर के एसपी ऑफिस में जाकर अपनी गिरफ़्तारी देने की बात कही थी और ऑफिस के सामने ही बैठकर गिरफ़्तार करने की बात पर अड़े हुए थे। हालाँकि पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार नहीं किया था। इसके बाद वे वहाँ से वापस चले गये और बिलाईगढ़ विधायक ने अपने सोशल मीडिया में एक पोस्ट डाला। इसमें वह भीड़ को हिंसा और उपद्रव करने के लिए रोकती हुई नज़र आ रही हैं।
यूथ कांग्रेस के ज़िलाध्यक्ष पहले ही गिरफ्तार
हाल ही में यूथ कांग्रेस बलौदा बाज़ार के ज़िला अध्यक्ष शैलेंद्र बंजारे की गिरफ़्तारी हुई है। अब जिस प्रकार देवेंद्र यादव को नोटिस दे कर पूछताछ के लिए बुलाया गया है इससे लगता है कि बलौदा बाजार बवाल कांग्रेस के लिए अब गले की हड्डी साबित हो रहा है।