RAIGARH. प्रदेश में निकाय चुनाव में प्रत्यक्ष मतदान की आहट होते ही रायगढ़ शहर में सियासी पारा चढ़ने लगा है। भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दलों में बैठकें शुरू हो गई हैं। तो वहीं मेयर के दावेदार भी सक्रिय होने लगे हैं। खास बात ये है कि इस बार वर्तमान मेयर जानकी काटजू जहां फिर से दूसरी पारी की तैयारी में जुट गई हैं। तो वहीं दोनों पूर्व मेयर भी टिकट की आस में सक्रिय नजर आ रहे हैं। ऐसे में टिकट के लिए सियासी घमासान मचना तय है।
आपको बता दें कि 48 वार्डों वाले रायगढ़ नगर निगम में पिछले दो कार्यकाल से भाजपा को बढ़त नहीं मिल पाई है। नगर निगम में मेयर के पद पर जहां कांग्रेस की जानकी काटजू काबिज हैं, तो वहीं सभापति पर भी पिछले दो कार्यकाल से कांग्रेस का ही कब्जा है। इस सीट पर 2014 के चुनाव में किन्नर प्रत्याशी मधु बाई ने चुनाव जीतकर न सिर्फ सबको चौंकाया था बल्कि जीत का नया कीर्तिमान भी रचा था।
इस बार मधु बाई फिर से चुनाव लड़ने का मूड बना रही हैं। मधु बाई शहर में फिर से सक्रिय नजर आ रही हैं। हालांकि वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी या फिर किसी पार्टी से ये अभी तय नहीं है।
भाजपा से भी टिकट की आस में आधा दर्जन से अधिक प्रत्याशी कतार में हैं। टिकट की दौड़ में पूर्व मेयर महेन्द्र चौहथा के बेटे नितेश चौहथा, नरेश गोरख, प्रदीप श्रृंगी, जीवर्धन चौहान, लक्ष्मिन मिरी जैसे चेहरे हैं। दावेदारों का कहना है कि पार्टी अगर मौका देती है तो वे जरूर चुनाव लड़ेंगे।
इधर कांग्रेस खेमे में भी दो दो पूर्व मेयर टिकट की दौड़ में हैं। वर्तमान मेयर जानकी काटजू जहां दूसरी पारी की तैयारी में हैं तो वहीं पूर्व मेयर जेठूराम मनहर भी टिकट की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा मनोज सागर, संजय चौहान जैसे नामों की भी चर्जा है। हालांकि भाजपा व कांग्रेस दोनों संगठनों का कहना है कि निकाय चुनाव को लेकर उनकी तैयारियां चल रही हैं। दावेदारी के रूप में नामों का आना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। प्रदेश संगठन जिसका नाम भी तय करेगा सभी मिलकर उसके लिए काम करेंगे।