JHANSI. झांसी रेल मंडल के CTI यानी मुख्य टिकट निरीक्षक ग्वालियर में बड़े हादसे का शिकार हो गए। चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश में सीटीआई ट्रेन के नीचे आ गए और उनके दोनों पैर कटकर अलग हो गए। गंभीर हालत में उन्हें ग्वालियर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि हर महीने 6 लाख रुपये के हाल ही में मिले टारगेट को पूरा करने की कोशिश में यह हादसा हुआ।
उत्तर मध्य रेल मंडल झांसी में पदस्थ CTI राजेश द्विवेदी फ्लाइंग स्क्वॉड टीम के सदस्य हैं। आज दोपहर वे ग्वालियर से झांसी आ रहे थे। सूत्रों के अनुसार स्टाफ पर टारगेट का भारी दबाव है। पहले वे मंगला एक्सप्रेस से चेकिंग करते हुए ग्वालियर गए। इसके बाद वे किसी दूसरी ट्रेन में चेकिंग करना चाहते थे। इसी जल्दीबाजी में वे झांसी की ओर जा रही कन्याकुमारी सुपरफास्ट एक्सप्रेस में ग्वालियर स्टेशन पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे।
कन्याकुमारी सुपरफास्ट एक्सप्रेस का ग्वालियर स्टेशन पर स्टॉपेज नहीं हैं, लेकिन यह ट्रेन प्लेटफार्म पर धीमी गति से चलती है। गति धीमी होने के कारण CTI ट्रेन में चढ़ने का प्रयास कर रहे थे। इसी बीच उनका पैर फिसला और वे ट्रेन के नीचे आ गए। प्लेटफार्म पर मौजूद यात्रियों ने शोर किया और ट्रेन में बैठे किसी यात्री ने चेन पुलिंग की।
जब तक ट्रेन रुकती, CTI के दोनों पैर कटकर अलग हो गए। हालत गंभीर होने पर CTI राजेश द्विवेदी को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
छह लाख महीने का था टारगेट
CTI राजेश द्विवेदी डीटेल टिकट चेकिंग स्टाफ में थे। सूत्रों के अनुसार पिछले महीने वाणिज्य विभाग द्वारा टीम के सदस्यों को छह लाख प्रतिमाह वसूली का टारगेट दिया गया था। इससे टीम के सदस्य दबाव में थे। बता दें कि चेकिंग स्टाफ को हर महीने वसूली का टारगेट दिया जाता है। टारगेट पूरा होने पर उसे और बढ़ा दिया जाता है।