INDORE. इंदौर के ज्योतिषाचार्य पंडित गिरीश व्यास ने ग्रहों की चाल और नक्षत्रों के गणित के आधार पर लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों की भविष्यवाणी की है। उनके अनुसार, भाजपा 335 से अधिक सीटों के साथ कई राज्यों में नए कीर्तिमान तो बनाएगी, लेकिन 400 पार के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाएगी।
देश में 7 चरणों में 2024 का लोकसभा चुनाव पूरा हो चुका है। इसी के साथ पिछले दो महीने से चली आ रही राजनीतिक गतिविधियों के बाद अब सरकार कौन बनाएगा, इसे लेकर लोगों में उत्सुकता है। चार जून को चुनाव के नतीजे आ रहे हैं। भाजपा ने इस चुनाव में 400 पार नारे के साथ बिगुल बजाया है। हालांकि, इंदौर के ज्योतिषाचार्य पंडित गिरीश व्यास बता रहे हैं कि ग्रहों की चाल और नक्षत्रों का गणित भाजपा के इस दावे का समर्थन करता नहीं दिख रहा है।
लोकसभा चुनाव में 4 जून 2024 के दिन भारत की स्थिति स्वर्णिम विकास की और अग्रसर हो रही है। मगर, भाजपा का 400 सीटों के पार जाने का लक्ष्य पूरा होता नहीं दिख रहा है। हालांकि, भाजपा 335 से अधिक सीटों के साथ अपना कीर्तिमान स्थापित करने में सफल हो सकती है। देश के कई राज्यों में उतार-चढ़ाव तथा वोट बैंक की स्थिति कमजोर रहेगी।
महिलाओं का मिलेगा साथ, बुजुर्ग हो सकते हैं नाराज
चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि भाजपा को महिलाओं का समर्थन मिला है. हालांकि, बुजुर्ग या उम्र दराज लोग पार्टी से नाराज हो सकते हैं. इसका असर कम मतदान के रूप में दिख भी चुका है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस साल महाराष्ट्र और गोवा में चंद्र-केतु की स्थिति बन रही है. इसके साथ ही केतु का भाजपा को समर्थन मिलने से पार्टी का वर्चस्व इन इलाकों में बढ़ता है। वहीं, विपक्षी दलों को अपने अंतर्द्वंद के कारण नुकसान उठाना पड़ सकता है. शुक्र का भी चंद्र-केतु के नक्षत्र में होना भाजपा के लिए लाभकारी ही होगा।
इन राज्यों में इंडी एलायंस को मिलेगी बढ़त
तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में इंडी एलायंस की स्थिति थोड़ी अच्छी हो सकती है। इन क्षेत्रों की कई सीटों में उलट-फेर के साथ कांग्रेस और उसके सहयोगी दल आगे हो सकते हैं। राजस्थान और पंजाब में इंडी गठबंधन को बढ़त मिल सकती है। हालांकि, लोगों की समझ के स्तर में सकारात्मक बदलाव होने से एवं ग्रह योग बल बढ़ने से इन जगहों की कुछ सीटों में भाजपा को कुछ लाभ मिल सकता है।
इन इलाकों में भाजपा को कम सीटों पर होना होगा संतुष्ट
मेघालय, आंध्र प्रदेश और चेन्नई में शुक्र का चंद्र के साथ संबंध होने से भाजपा को लाभ मिल सकता है. परंतु शनि का चंद्रमा के नक्षत्र में जाने से विष योग बन रहा है, जिसके कारण इन इलाकों में भाजपा को कम सीटों से ही संतुष्ट होना पड़ सकता है। मंगल का केतु में प्रवेश अंगारक योग बनाता है, जिसमें नकारात्मक वार्ता के कारण भाजपा को कम सीटों पर संतुष्ट होना पड़ सकता है।
इन राज्यों में भाजपा बना सकती है नए कीर्तिमान
अरुणाचल प्रदेश, झारखंड, नागालैंड, मणिपुर, बिहार, उत्तर प्रदेश और असम में भाजपा की दावेदारी अच्छी होगी। नई कीर्तिमान के साथ भाजपा का वोट बैंक आगे बढ़ेगा. भाजपा के लिए हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में स्थिति लाभकारी रहेगी. गुजरात में भाजपा को बढ़त मिलेगी। हरियाणा, जम्मू और कश्मीर एवं उत्तरी राजस्थान में भाजपा को लाभ मिलेगा।
छत्तीसगढ़, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में भाजपा की स्थिति प्रबल हो सकती है। गुरु का सूर्य के नक्षत्र में जाने से इन इलाकों की सीटों में भाजपा को लाभ मिल सकता है। शनि का गुरु के नक्षत्र में जाना कांग्रेस के लिए थोड़ा लाभकारी हो सकता है। कांग्रेस को भी इन जगहों पर कुछ हल्के लाभ मिल सकते हैं।