RAIPUR. वीगंस ऑफ छत्तीसगढ़ और अवर प्लैनेट देयर्स टू ने राष्ट्रीय पशु अधिकार दिवस मनाया। इस दिन युवाओं ने इंसानों के द्वारा मारे गए पशुओं को न सिर्फ याद किया बल्कि उनके सम्मान में श्रद्धांजलि भी समर्पित की गई। इस दौरान पशुओं के सम्मान में कई कार्यक्रम किए गए। इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने मरे हुए पशुओं को याद करते हुए प्रत्यक्ष रूप से पशुओं पर हो रहे मानव के अत्याचारों को दर्शाया। इसमें भोजन, खाल, प्रयोगशाला परीक्षण और मनोरंजन के लिए किए गए पशुओं के शिकार को दर्शाया गया।
बता दें, विश्व भर में 2 जून को राष्ट्रीय पशु अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है। रायपुर में भी वीगंस ऑफ छत्तीसगढ़ के युवाओं ने इस दिन को पशुओं के सम्मान में मनाया और मरे हुए पशुओं को श्रद्धांजलि अर्पित की।
वीगंस ऑफ छत्तीसगढ़ की डॉ.किरण आहूजा ने बताया कि यह बेहद परेशान करने वाली बात है कि हर साल सिर्फ 8 बिलियन पशुओं को भोजन मात्र के लिए 92.2 बिलियन पशुओं को मारा जाता है।
अनंदिता दत्ता ने बताया कि सभी जीव आपकी और मेरी तरह पीड़ा से मुक्त रहना चाहते हैं और इंसानो को अब पशुओं को बक्श देना चाहिए और एक वीगन और क्रूरता मुक्त जीवनशैली अपनानी चाहिए। उन्होंने पशुओं के साथ हो रहे अत्याचार व उनको किस तरह से पीड़ा पहुंचाई जाती है विस्तार से बताया।
कार्यक्रम में मृतक पशुओं के चित्रों और बैनर्स को लेकर एक मोर्चा भी निकाला गया। इसमें रायपुर में लोगों से क्रूरता मुक्त जीवनशैली अपनाकर और वीगन बनकर जानवरों की पीड़ा को समाप्त करने की अपील की गयी। अंत में सभी ने एक पशु अधिकार घोषणा पत्र पर सभी कार्यकर्ताओं के हस्ताक्षर लिए।
प्रदर्शनी में दिखाया पशुओं दर्द को
इस दौरान एक प्रत्यक्ष प्रदर्शनी लगाई गई। इसमें मरे हुए पशु व उनके साथ होने वाली क्रूरता के दृश्य को दिखाया। ताकि लोग पशुओं के दर्द को समझ सके और भविष्य में पशुओं के साथ क्रूरता न करें।