SUKMA. बस्तर के नक्सल इलाकों में लगातार पुलिस-फोर्स को निशाना बनाया जा रहा है। इस बीच, सुकमा में डीआरजी प्रधान आरक्षक की गला रेतकर हत्या की गई है। जानकारी के अनुसार सुकमा जिले के गादीरास थाना क्षेत्र में बीती रात अज्ञात लोगों ने डीआरजी के पद पर तैनात प्रधान आरक्षक की गला रेतकर हत्या कर दी।
इस वारदात की जानकारी लगते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और शव को पीएम के लिए भिजवाया गया। वारदात के पीछे नक्सलियों का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। मामले की जानकारी देते हुए बताया गया कि 2-3 जून की दरमियानी रात को अज्ञात लोगों ने थाना गादीरास क्षेत्र में प्रधान आरक्षक सोढ़ी लक्ष्मण का धारदार हथियार से गला रेत दिया, जिससे प्रधान आरक्षक की मौके पर ही मौत हो गई।
इस घटना की जानकारी लगते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। इसके बाद शव को पीएम के लिए भिजवाने के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई। वहीं इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। इस घटना के बाद से इलाके में दहशत देखी जा रही है। वहीं परिजनों को घटना की जानकारी लगते ही घर में शोक की लहर छा गई।
गौरतलब है कि 2 जून को 8 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों में 4 हार्डकोर इनामी नक्सली शामिल है। इनमें से एक नक्सली पर शासन ने 2 लाख और 3 माओवादियों पर 1-1 लाख का इनाम घोषित किया था। सभी हथियार डालने वाले माओवादियों ने नक्सल की खोखली विचारधारा को त्याग कर शासन के पूना नर्कोम अभियान से प्रभावित होकर सरेंडर किया।
वहीं, बीजापुर में नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बल को निशाना बनाने के लिए लगाए गए आईईडी की चपेट में ग्रामीण आ गया, जिससे उसके दाएं पैर के चिथड़े उड़ गए। घायल ग्रामीण का इलाज चल रहा है। फिलहाल वह खतरे से बाहर है। हालांकि इस घटना के बाद से इलाके में सर्चिंग बढ़ा दी है।