अभय तिवारी
BALODA BAZAR. 10 जून को सतनामी समाज के आंदोलन के उग्र रूप लेने के बाद संयुक्त कार्यालय में हुई आगज़नी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस 10 जून से लगातार दबिश दे कर सीसीटीवी और सोशल मीडिया से प्राप्त वीडियो और फोटो के माध्यम से अब तक 148 आरोपियों को गिरफ़्तार कर चुकी है। आज पुलिस ने भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया।
आंदोलन के उग्र रूप लेने के बाद भीड़ द्वारा पुलिस से झूमझाटकी और पत्थरबाज़ी करने पर पुलिस अधिकारी, पुलिस कर्मचारी एवं प्रशासनिक अधिकारियों को गंभीर चोटें आयी थीं। पुलिस ने धरना प्रदर्शन का आयोजन करने वाले तथा इस दौरान गाली गलौज, तोड़फोड़ और पत्थरबाज़ी करने के साथ ही वाहनों और संयुक्त कार्यालय में आगज़नी करने वालों के खिलाफ FIR दर्ज की है।
आरोपियों के विरुद्ध थाना सिटी कोतवाली बलौदा बाज़ार में विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज कराया गया है। इसमें शामिल असामाजिक और उपद्रवी तत्वों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस की अलग अलग टीम बना कर आरोपियों को किया जा रहा है। उनके नाम पते फोटो आदि की पहचान कर संभावित छिपने के ठिकानों पर दबिश देकर धरपकड़ की जा रही है।
इस संगठन के प्रदेश अध्यक्ष को किया गिरफ़्तार
मंगलवार 25 जून को पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ़्तार करने की पुष्टि की थी। अब आज 26 जून को पुलिस ने मीडिया को बताया है कि 3 आरोपियों को पुलिस द्वारा और गिरफ़्तार किया गया है। इसमें भीम आर्मी छत्तीसगढ़ का प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े भी शामिल है। इससे पहले पुलिस ने भीम आर्मी, भीम रेजिमेंट और भीम क्रांतिवीर इन तीन संगठनों के सदस्यों का आगज़नी की घटना में मुख्य रूप से भागीदारी होने की बात बतायी थी।
आज गिरफ़्तार किए गये तीन आरोपी
1. नरेंद्र डहरिया, उम्र 35 वर्ष, निवासी ग्राम कारी थाना लवन ज़िला बलौदा बाज़ार-भाटापारा
2. राजकुमार जांगड़े, उम्र 28 वर्ष, निवासी ग्राम बरभाठा थाना केडार ज़िला सारंगढ़
3. राजकुमार , उम्र 27 वर्ष, ग्राम चन्देरी थाना पथरिया ज़िला मुंगेली
भीम क्रांतिवीर संगठन का संस्थापक पहले हो चुका गिरफ़्तार
पुलिस ने इससे भीम क्रांतिवीर के संस्थापक सदस्य किशोर नवरंगे को गिरफ्तार किया था। भीम क्रांतिवीर सेना के संस्थापक सदस्य किशोर नवरंगे पर प्रदर्शन में शामिल होने को उकसाने एवं सोशल मीडिया आदि के माध्यम से लोगों को अधिक से अधिक शामिल होने के लिए भड़काने का आरोप है। पुलिस के मुताबिक़ उनकी एक टीम 10 जून को हुई घटना के बाद से ही लगातार आरोपी किशोर नवरंगे को पकड़ने में लगी हुई थी।