RAIPUR. बलौदाबाजार में हुई हिंसा मामले में सियासत गर्म होती जा रही है। इस मामले में भाजपा-कांग्रेस ने जांच दल भी गठित कर दी है। इस बीच, हिंसा के विरोध में रायपुर समेत प्रदेश भर में प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है। इस प्रदर्शन में कांग्रेस के बड़े लीडर्स, विधायक, पूर्व विधायक, पदाधिकारी और कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं।
बलौदाबाजार में 144 धारा के बीच कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने जगह-जगह नाकेबंदी की है। रायपुर जा रहे नेताओं को रोका जा रहा है। वहीं, जिला कांग्रेस कार्यालय में भी भारी बल तैनात किया गया है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को पत्रकार वार्ता में बलौदाबाजार हिंसा को लेकर भाजपा पर कई आरोप लगाए। भूपेश ने कहा कि बलौदाबाजार में जो घटना हुई है उसमें टेंट लगाने वाले से लेकर खाना बनाने वाले तक या फिर जिन लोगों ने खाने का प्रबंध किया था। वह सभी लोग भाजपा के थे। बलौदाबाजार में जो घटना हुई है वह पूरे तौर पर भाजपा की तरफ से सुनियोजित साजिश है।
भूपेश बघेल ने भाजपा सरकार से कई सवाल पूछे, जिसमें उन्होंने सरकार को पूरे तौर पर विफल बताया। भूपेश बघेल ने कहा कि जब भीड़ कलेक्ट्रेट में आ रही थी तो पुलिस प्रशासन क्या कर रहा था। पुलिस प्रशासन या फिर इस प्रदर्शन के लिए जो अनुमति दी गई उसे अनुमति के दिलवाने वाले कौन लोग थे। भीम आर्मी के लोग अगर इसमें रहे हैं तो फिर उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
इस बीच बलौदाबाजार भाटापारा जिला प्रशासन ने लोगों से शांति भंग करने वालों की जानकारी देने की अपील की है। ताकी ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। प्रशासन ने जिले में 20 जून तक धारा-144 बढ़ा दी है। इससे पहले इसे 10 जून रात 9 बजे से 16 जून की रात 12 बजे तक लागू किया गया था।
बता दें कि कलेक्ट्रेट और SP ऑफिस में आगजनी मामले में लगातार पुलिस कार्रवाई कर रही है। भीम रेजिमेंट के रायपुर संभाग के अध्यक्ष जीवनराम को 15 जून को गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा कि वह जगदलपुर से विशाखापट्टनम भागने की तैयारी में था। इस मामले में अब तक 132 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।