SARGUJA. सरगुजा में प्रसव के दौरान लापरवाही पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव ने बीएमओ डॉ. पीएन राजवाड़े को सस्पेंड कर दिया है। अस्पताल के RMA को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। वहीं, मामले में ANM को पहले ही हटा दिया गया है। ऑन ड्यूटी स्टाफ नर्स को सस्पेंड किया जा चुका है।
जानकारी के मुताबिक सरगुजा जिले के दरिमा के नवानगर ग्राम पंचायत की 25 वर्षीय गर्भवती को जब प्रसव पीड़ा शुरू हुई, तो मितानिन उसे शनिवार सुबह 9 बजे नवानगर उपस्वास्थ्य केंद्र ले गई। मितानिन ने नर्स और डॉक्टर को फोन लगाया, लेकिन कोई अस्पताल नहीं पहुंचा। प्रसव पीड़ा बढ़ने पर मितानिन ने प्रसूता को जमीन पर लिटाकर प्रसव कराया था।
इस मामले में कलेक्टर विलास भोस्कर के निर्देश पर रविवार को जिला स्तरीय जांच दल के सीएमएचओ डॉ. आर.एन.गुप्ता, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला मितानिन समन्वयक की उपस्थिति में जांच की गई एवं संबंधितों के बयान लिए गए।
बीएमओ, संस्था प्रभारी, बीपीएम, स्टॉफ नर्स, एएनएम और स्थानीय मितानिनों के बयान के बाद बीएमओ के खिलाफ कार्रवाई का प्रतिवेदन राज्य शासन को भेजा गया था। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के विशेष सचिव चंदन कुमार ने बीएमओ भफौली डॉ. पी.एन. राजवाड़े को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
वहीं, इस मामले में संस्था प्रभारी आरएमए को नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा गया है। जवाब मिलने के बाद कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा जाएगा। एएनएम मीना चौहान को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।
बिना सूचना के ड्यूटी में पदस्थ स्टॉफ नर्स कन्या पैंकरा अनुपस्थित मिलीं। उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं की भविष्य में भी ऐसी गंभीर लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए और मरीजों के मानवीय पहलुओं का विशेष ध्यान रखा जाए।