JAMMU. जम्मू-कश्मीर में धारा 370 और 35ए हटने से बौखलाए आतंकियों ने फिर आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि जवान आतंकियों को मुस्तैदी से जवाब भी दे रहे हैं। दरअसल, पुंछ जिले में शनिवार देर शाम आतंकवादियों ने भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के एक काफिले पर घात लगाकर हमला किया। इस अटैक में वायुसेना का एक सैनिक शहीद हो गया, जबकि चार अन्य घायल हो गए हैं।
पूंछ में हुए हमले में ‘पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट’ (पीएएफएफ) का नाम सामने आ रहा है। ये आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ है। पीएएफएफ ने पिछले साल भी इसी तरह के हमले को अंजाम दिया था। आतंकियों की तरफ से इस हमले को ऐसे समय में अंजाम दिया गया है, जब तीन हफ्ते में अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र में मतदान होने वाले हैं।
जाकारी के अनुसार आतंकियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। सुरक्षा बलों ने नाके लगा दिए हैं और इलाके में चेकिंग चल रही है। भारतीय सेना के अतिरिक्त बल शनिवार देर रात पुंछ में जर्रा वाली गली (JWG) पहुंचे, जो सर्च ऑपरेशन में मदद कर रहा है।
बता दें कि सुरनकोट में 21 दिसंबर 2023 को भी सेना के काफिले पर आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले की जिम्मेदारी पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने ली थी। सेना के अधिकारियों को शक है कि शनिवार शाम को हुए हमले में भी इसी संगठन का हाथ है। PAFF लश्कर-ए-तैयबा की ही शाखा है।
रक्षा मामलों के जानकार जीडी बख्शी के अनुसार पिछले 2-3 साल में राजौरी और पुंछ इलाके में पाकिस्तान की आर्मी आतंकवाद को फिर से जिंदा कर रही है। पाकिस्तान यहां घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। हमें बालाकोट स्ट्राइक की तरह हमला करना होगा।
जम्मू कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेश पॉल वैद ने कहा जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने वाले हैं, यह पड़ोसी देश को बर्दाश्त नहीं हो रहा है। पाकिस्तान में लोगों को डेमोक्रेसी से दूर रखा जा रहा है। वह हमारे इलाके पर ध्यान दे रहा है।
12 दिन में दूसरी आतंकी वारदात
22 अप्रैल को थानामंडी के शाहदरा शरीफ इलाके में अज्ञात आतंकियों की गोलीबारी में 40 वर्षीय सरकारी कर्मचारी की मौत हो गई थी। मोहम्मद राजिक का भाई टेरिटोरियल आर्मी में था। 12 जनवरी को आतंकियों ने सेना के वाहन पर हमला किया था। जवानों को जवाबी फायरिंग करनी पड़ी थी। इसमें किसी के भी घायल या मरने की खबर नहीं आई थी।
21 दिसंबर 2023 को सुरनकोट में सेना के काफिले पर आतंकियों ने हमला किया था। इसमें 5 जवान शहीद हुए थे। थे। आतंकियों ने अमेरिकी M-4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल से स्टील बुलेट फायर की थीं। ये बुलेट सेना के वाहनों की मोटी लोहे की चादर को पार करते हुए जवानों को लगी थीं। आतंकियों ने सोशल मीडिया पर हमले वाली जगह की तस्वीरें भी जारी की थी।