BIJAPUR. बस्तर में एक बार फिर नक्सलियों ने आतंक फैलाने की कोशिश की है। बीजापुर जिले के छूटवही के जंगलाें में नक्सलियों ने दो ग्रामीणों की नृशंस तरीके से हत्या कर दी हैं। दोनों ग्रामीण आपस में सगे भाई थे। जानकारी मिली हैं कि जिन दो भाइयों की नक्सलियों ने हत्या की हैं उनकी जमीन पर पुलिस ने पिछले दिनों कैम्प खोला था। इसकी भनक वहां के नक्सली नेताओं को लग गई थी।
पुलिस के जवान और सुरक्षा बल इन दिनों बस्तर के जंगलों में नक्सलियों पर पूरी तरह से हावी नजर आ रहे हैं। लगातार हो रही सर्चिंग, गश्ती और एनकाउंटर में बड़े पैमाने पर नक्सली और उनके बड़े नेता मारे जा रहे हैं।
सरकार के निर्देश पर चले रहे इस नक्सल उन्मूलन अभियान से नक्सली बौखला उठे हैं और यही वजह हैं कि वह निर्दोष, निरीह ग्रामीणों को अपना शिकार बना रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीती रात माड़वी जोगा और हूंगा को माओवादियों नें घर से जंगल बुलवाया गया। उस जंगल में एक जन अदालत लगाया गया। नया केम्प जो बनाया गया जिस जमीन में इन भाइयों का कब्ज़ा रहा। जिस पर अभी नया पुलिस कैप खोला गया और बाजू में हेलीपेड बनाया गया।
बताया जा रहा हैं कि इसी बात से नाराज होकर नक्सलियों नें दोनों भाइयों को मौत के घाट उतार दिया है। हत्या की यह वारदात जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र की बताई जा रही है। पुलिस ने पूरे मामले की जाँच शुरू कर दी हैं।
थाना में रिपोर्ट लिखाने के प्रयास कैंप के जवानों द्वारा किया गया, लेकिन परिजनों व ग्रामीणों ने नक्सली दहशत से इनकार कर रहे हैं। छुटवाई सुरक्षा कैंप के समीप ही गुंडम में कैंप लगाया गया है। नक्सलियों द्वारा कैंप के समीप घटना को अंजाम देने से ग्रामीणों में दहशत बना हुआ है।