MADHYAPRADESH. लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का चुनाव पूरा हो चुका है। इस चुनाव के बाद बैतूल क्षेत्र में मतदान टीम के लौटते समय बस में आग लगने का मामला सामने आया है। इस हादसे में मतदान दल तो सुरक्षित है लेकिन चार केन्द्रों के ईवीएम को आग ने अपने चपेट में ले लिया। इससे प्रत्याशियों के जीत व हार में जरूर फर्क पड़ेगा। एक या दो नहीं बल्कि एक साथ 4 मतदान केन्द्रों के ईवीएम जलने से प्रत्याशियों के जीत-हार का फैसला बदल सकता है।
बता दें, मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के 3 चरण में 9 सीटों पर चुनाव के लिए मतदान हुआ। जानकारी के मुताबिक बैतूल में भी निर्वाचन दल चुनाव सम्पन्न करा कर वापस लौट रहे थे। इसमें जिले के 6 मतदान केन्द्रों की टीम बस में सवार होकर वापस लौट रही थी।
तभी जिले के साईंखेड़ा थाना क्षेत्र के बिसनूर और पौनी गौला गांव के बीच यह हादसा हुआ। आग लगने की घटना लगभग 11 बजे की है। इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है लेकिन चुनाव सामग्री को नुकसान हुआ है।
6 में से 2 मतदान केन्द्रों के ईवीएम सुरक्षित है जबकि 4 केन्द्रों के ईवीएम जल कर राख हो गए है। इस विषय में निर्वाचन आयोग को मामले की सूचना देने की बात की जा रही है।
वहीं इस हादसे के बाद प्रत्याशियों के जीत हार के अंतर में फर्क जरूर पड़़ेगा। हादसे के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी के द्वारा मतदान सामग्री वापस भेजने दूसरे वाहन को भेजा गया।
तकनीकी खामियों के वजह से लगी आग
जानकारी के मुताबिक इस बस में कुल 36 लोग सवार थे। सभी जिले में मतदान की प्रक्रिया पूरी कर वापस लौट रहे थे। बस में तकनीकी खराबी के कारण अचानक से बस में आग लग गई।
इस बस में ईवीएम मशीन भी थे। 2 मतदान केन्द्रों के ईवीएम को बचाया जा सकता जबकि 4 मतदान केन्द्र के ईवीएम जल गए।
हादसे का असर परिणाम पर
इस हादसे से चुनाव सामग्री को नुकसान हुआ है। इसका असर परिणाम पर पड़ेगा। इसमें प्रत्याशियों के मिले वोट की गणना नहीं हो सकेगी। इससे किस प्रत्याशी को इन केन्द्रों से वोट अधिक मिले पता नहीं चल पाएगा।