RAIGARH. चुनाव के पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। रायगढ़ के पूर्व विधायक प्रकाश नायक के भाई कैलाश नायक ने भाजपा में शामिल हो गए हैं। उनके साथ ही सारंगढ़ नपा, सरसीवा नपा उपाध्यक्ष किशन शर्मा, जिला पंचायत सदस्य बिलासा सारथी, सहित पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ले ली है। खास बात ये है कि पूर्व विधायक प्रकाश नायक के भाई कैलाश नायक सरिया बरमकेला क्षेत्र के मजबूत चेहरे हैं। एक साथ कई बड़े चेहरों के भाजपा प्रवेश से कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो सकता है।
दरअसल, विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व विधायक प्रकाश नायक के चुनाव प्रचार की कमान खुद उनके भाई कैलाश नायक ने संभाली थी। कैलाश नायक न सिर्फ सरिया बरमकेला के सक्रिय नेता हैं, बल्कि जिला पंचायत सदस्य भी हैं। दो दिन पहले पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने प्रकाश नायक के घर विधायकों के साथ बोरे बासी भी खाया था। इसके तुरंत बाद अचानक कैलाश नायक ने रायपुर जाकर भाजपा प्रवेश कर लिया।
इस नाटकीय घटनाक्रम के कुछ ही घंटों के भीतर सारंगढ़ क्षेत्र की ही एक और जिला पंचायत सदस्य और कांग्रेस नेत्री बिलासा सारथी, कांग्रेस प्रत्यासी डा. मेनका सिंह की भतीजी नंदिता ने भी भाजपा की सदस्यता ले ली। एक के बाद एक करके हो रहे भाजपा प्रवेश को लेकर भाजपा जहां उत्साहित है तो वहीं कांग्रेस ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अनिल शुक्ला का कहना है कि पार्टी व्यक्ति से नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं की मेहनत और विचारधारा से चलती है। क्षणिक लाभ के लिए कुछ चेहरे अगर भाजपा प्रवेश करते हैं तो इसमें कांग्रेस का कोई नुकसान नहीं हैं।
पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता और अधिक लगन से पार्टी के लिए काम करेंगे। कांग्रेस का ये भी आरोप है कि भाजपा चुनाव के पहले कार्यकर्ताओं पर अनावश्यक दबाव डालकर भाजपा प्रवेश करा रही है।
इधर सियासी जानकारों का कहना है कि जिस तरह से प्रदेश भर में बड़ी संख्या में कांग्रेसियों का भाजपा प्रवेश चल रहा है। उससे ये तय है कि कांग्रेस के भीतर सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है।
कार्यकर्ता शायद खुद को उपेक्षित और भाजपा में सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। जिसकी वजह से भाजपा प्रवेश हो रहा है। ये कांग्रेस के लिए खतरे का संकेत है, जिसे कांग्रेस को गंभीरता से लेना चाहिए।
इधर भाजपा का कहना है कि कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं पर से भी भरोसा खो दिया है। यही वजह है कि ऐसे कार्यकर्ता देश की सबसे बड़ी और मजबूत पार्टी से जुड़ रहे हैं। इससे लोकसभा चुनाव में भाजपा को एतिहासिक जीत मिलेगी।