RAIPUR. महादेव सट्टा ऐप मामले में गिरफ्तार बर्खास्त पुलिस आरक्षक अर्जुन यादव 5 दिन यानी 14 मई तक पुलिस रिमांड में रहेंगे। EOW ने 5 दिन पुलिस रिमांड पर लेने का आवेदन लगाया था। दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुनाया है। PMLA के विशेष कोर्ट में पुलिस रिमांड पर सुनवाई की गई है।
वहीं EOW द्वारा महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप मामले में कई ठिकानों में मारे गए छापे के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस कर्मियों और सराफा कारोबारी का कनेक्शन होने के पुख्ता प्रमाण मिले हैं। ACB/EOW की टीमों ने राजनांदगांव, दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़ में ऐप से जुड़े लोगों के 29 ठिकाने पर कल एक साथ दबिश दी थी। 2 साल पहले सामने आए ऑनलाइन सट्टे के धंधे में पहली बार सराफा कारोबारी की संलिप्तता सामने आई। वहीं EOW कुछ पुलिस और शासकीय कर्मचारियों को नोटिस देकर लंबी पूछताछ कर चुकी है।
बीते दिन महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप मामले की जांच में जुटी EOW की टीम ने 4 आरोपियों को गुरूवार को कोर्ट में पेश किया था। जहां से कोर्ट ने 3 आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया और एक आरोपी की दुबारा पुलिस रिमांड बढ़ाते हुए EOW की टीम को सौंप दिया गया था।
आरोपी निलंबित पुलिस एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर समेत हवाला कारोबारी सुनील दम्मानी को 14 मई तक न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया है। वहीं हवाला कारोबारी अमित अग्रवाल को 6 दिन यानि 14 मई तक दुबारा पुलिस रिमांड बढ़ाते हुए EOW की टीम के हवाले कर दिया।
आपको बता दें कि सभी गिरफ्तार आरोपियों EOW ने प्रोटेक्शन वारंट पर रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही थी और गुरूवार को 5 दिन की पुलिस रिमांड खत्म होने पर ब्यूरो की टीम ने ACB/EOW की स्पेशल कोर्ट में पेश किया था।
जहां कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुनाया। गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से महादेव ऐप घोटाले मामले में जेल में बंद आरोपियों से आमने सामने बैठाकर पूछताछ में जुटी है और इसी पूछताछ के दौरान सामने आई जानकारियों के आधार पर कई जिलो में रेड कार्रवाई कर रही है।