RAIPUR. छत्तीसगढ़ में हुए 5 सौ करोड़ रुपए से ज्यादा के कोयला घोटाले मामले में विशेष कोर्ट ने मुख्य आरोपी पूर्व CM सचिव सौम्या चौरासिया और निलंबित IAS रानू को 27 मई तक EOW की रिमांड में भेज दिया है। हालांकि EOW ने कोर्ट में याचिका दायर कर दोनों महिला अधिकारी आरोपियों से पूछताछ के लिए 15 दिनों की रिमांड मांगी थी।
सूत्रों के अनुसार EOW अब एक दो दिनों में सूर्यकांत तिवारी और समीर विश्नोई की प्रोडक्शन रिमांड की याचिका लगा कर उनकी रिमांड मांगेगी। जिसके बाद कोयला घोटाले के सभी मास्टर माइंड को आमने सामने बिठा कर पूछताछ कि जाएगी। जांच में आरोपियों के WHATSAPP में आपस में चैटिंग भी मिली थी। जिसे दिखाकर सवाल जवाब किए जा सकते हैं।
EOW के अधिवक्ता सौरभ पांडे ने बताया कि बचाव पक्ष ने रिमांड का इसका विरोध किया था लेकिन उभय पक्ष ने तर्क दिया कि जेल की बजाए बाहर पूछताछ करना ज्यादा बेहतर होगा। अब सौम्या और रानू दोनों अगले चार दिनों तक EOW की कस्टडी में रहेंगे।
बर्खास्त आरक्षक अर्जून यादव को 14 दिन की रिमांड
इधर, महादेव सट्टा एप मामले में मुख्य आरोपी ASI चंद्रभूषण वर्मा का वसूली में साथ देने वाला आरोपी बर्खास्त आरक्षक अर्जून यादव को विशेष कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक रिमांड में भेजा गया है। अर्जुन यादव अब अगले 14 दिनों तक जेल में रहेगा।
बता दें की EOW ने अर्जून यादव को बीते दिनों पचमड़ी से गिरफ्तार किया था। जिसके बाद वह 8 दिनों की पुलिस रिमांड में था, रिमांड खत्म होने पर अर्जून यादव को EOW ने कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
आरक्षक अर्जून यादव पर आरोप है कि वह महादेव सट्टा एप संचालन करने वालों से पैसा वसूल करता और चंद्रभूषण वर्मा तक पहुंचाता। इसके बाद चंद्रभूषण और वो मिलकर पैसा को अपने आकाओं समेत पुलिस, नेताओं और सत्ता से जुड़े लोगों तक यह पैसा पहुंचाता था। इस काम के एवज में अर्जुन यादव मोटी रकम लेता था। उसने करोड़ों की संपत्ति खड़ी कर ली है।