RAIPUR. छत्तीगसगढ़ में एक बार फिर डायरिया का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। प्रदेश के दो जिलों में इन दिनों डायरिया का प्रकोप बढ़ गया है। कवर्धा में डायरिया की चपेट में आने से एक की मौत हो गई है, जबकि दुर्ग जिले में 40 लोग बीमार हैं। दो जिलों में डायरिया के प्रकोप से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है।
जानकारी के अनुसार दुर्ग जिला मुख्यालय के 14 किमी दूर ग्राम बोड़ेगांव में डायरिया फैल गया है। गांव में उल्टी-दस्त से 40 पीड़ित बताए गए हैं। इनमें से 39 का घर पर उपचार चल रहा है। वहीं एक मरीज को शंकराचार्य मेडिकल कालेज जुनवानी में भर्ती कराया गया है। डायरिया फैलने का कारण दूषित पानी का सेवन बताया जा रहा है।
इसकी सूचना के बाद मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संक्रमित क्षेत्र का सर्वे कर ग्रामीणों को एहतियात बरतने कहा है। साथ ही लीकेज पाइपलाइन से पानी सप्लाई पर रोक लगा दी गई है। ग्राम बोड़ेगांव के सतनामी पारा वार्ड क्रमांक-11 में उल्टी दस्त के 40 मरीज मिले हैं। गांव में उल्टी दस्त का प्रकोप मंगलवार से फैला हुआ है। खंड चिकित्सा अधिकारी ने इसकी जानकारी जिला स्वास्थ्य विभाग को दी। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम बोड़ेगांव पहुंची। यहां कैंप लगाकर पीड़ित मरीजों का इलाज किया गया।
मुख्य स्वास्थ अधिकारी दुर्ग से तीरंदाज ने इस मामले को लेकर जानकारी लिया , जिस पर उन्होंने बताया की 40 पीड़ित है उनका उपचार निरन्तर जारी है। इसके आलावा हमने लोगो को हिदायत दिया है की वे इसे गंभीरता से लेते हुए अपने खानपान में परहेज करे और विशेष्तः पानी उबाल कर ही लेवे इसकी चेतावनी लोगो में दिया है। जिससे की और लोग इसका शिकार न हो और पीड़ित लोग जल्द से जल्द रिकवर हो जाये इस पर तेजी से पूरी टीम कार्य कर रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 39 मरीजों की स्थिति अब पहले से सामान्य है। एक मरीज को शंकराचार्य मेडिकल कालेज जुनवानी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अधिकारी डा.एसके मेश्राम, जिला सर्विलांस अधिकारी डा.बंजारे के नेतृत्व में सुपरवाईजर व स्वास्थ्य कार्यकर्ता सहित काम्बेट टीम के अन्य सदस्यों द्वारा संक्रमित क्षेत्र का दौरा किया गया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में 50 घरों का भ्रमण किया। 50 ओआरएस पैकेट, 700 जिंक, मैट्रोनिडाजोल के 250 और 200 क्लोरिन टेबलेट वितरित किया गया। स्वास्थ्य विभाग के जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ.सीबीएस बंजारे के अनुसार बोड़ेगांव में उल्टी-दस्त फैलने की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर गई है। गांव में कैंप लगाकर पीड़ित मरीजों का चेकअप किया गया। उल्टी-दस्त फैलने का प्रारंभिक कारण दूषित पानी के सेवन को मानकर चल रहे हैं। क्योंकि पानी सप्लाई वाली लाइन में जगह-जगह लीकेज है और सप्लाई लाइन नालियों के बीच से होकर गुजरी हुई है। गांव में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने ग्राम बोड़ेगांव और ननकट्ठी के सरपंच को मौके पर बुलाया। दोनों गांव के सरपंचों को गांव में मुनादी करवाकर ग्रामीणों को एहतियात बरतने कहा गया है। उल्टी-दस्त के नए मरीज मिलने पर ननकट्ठी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराने कहा गया है। साथ ही क्षतिग्रस्त हुए पाइपलाइन की भी मरम्मत कराए जाने का निर्देश दिया गया है। एवं ग्राम पंचायत सरपंच की सहायता से गांव में उल्टी दस्त होने पर सूचना देने की मूनादी करायी जा रही है।